कचहरी बम विस्फोट की बरसी की पूर्व संध्या पर निकला कैंडल जुलूस
-विस्फोट में मारे गये साथियों को अधिवक्ताओं ने दी श्रद्धांजलि
वाराणसी, 22 नवम्बर । वाराणसी कचहरी में हुए बम ब्लास्ट की 15वीं बरसी की पूर्व संध्या पर मंगलवार को अधिवक्ताओं ने कैंडल जुलूस निकाल कर मारे गये तीन साथियों को श्रद्धांजलि दी। विस्फोट में मारे गये अधिवक्ता भोलानाथ सिंह, ब्रह्म प्रकाश शर्मा, बुद्धिराज पटेल की फोटो हाथ में लेकर बनारस बार एसोसियेशन के सभागार से अधिवक्ताओं ने जलती मोमबत्ती लेकर बार कचहरी गोलघर चौराहा होते हुए वापस कचहरी के गेट नम्बर तीन पदयात्रा की। कैंडिल मार्च का नेतृत्व बार के पूर्व महामंत्री अधिवक्ता नित्यानन्द राय ने किया।
नित्यानंद राय ने कहा कि 23 नवम्बर 2007 को बनारस कचहरी के दोनों परिसर दिवानी और कलेक्ट्रेट में बारी-बारी से भयावह बम ब्लास्ट हुआ था। जिसमें तीन अधिवक्ता समेत नौ लोग मारे गये थे। विस्फोट में दर्जनों लोग घायल हुए थे। तत्कालीन बसपा की मायावती सरकार ने हृदय विदारक विस्फोट के खुलासे के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) का गठन किया था। सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे किये गये लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस बीच पुनः 23 अप्रैल 2016 को जिन्दा बम की बरामदगी से पुनः हड़कंप मच गया, अभी ग्रेनेड बरामदगी मामले में पुलिस कुछ कर पाती कि 21 फरवरी 2018 को असामाजिक तत्वों ने सुतली बम सीजीएम गेट पर रखकर कचहरी में पुनः भगदङ मचा दिया था।
अधिवक्ता ने बताया कि इस मामले को लेकर रजिस्टर्ड डाक से राष्ट्रपति, भारत के मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री, प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश को प्रत्यावेदन भेजा गया है। उनसे गुनहगारों को पकड़ने के लिए सीबीआई को जांच सौंपने की मांग की गई है।
जुलूस में अधिवक्ता नृपेन्द्र सिंह नन्हे, विजय जायसवाल, दीप दर्शन, सत्य प्रकाश सिंह सुनील, आशीष शक्ति, राहुल तिवारी, रत्नाकर पांडेय आदि शामिल रहे।