शादी का निमंत्रण देने जाते समय कार का संतुलन बिगड़ने से नहर में गिरी कार, एक की मौत
दुर्घटना ग्रस्त कार को नहर से बाहर निकालते ग्रामीण।
– सरढाना-आहुलाना के बीच नहर के पास हुआ हादसा, हादसे में घायल हुए बाकी तीन दोस्तों में से एक की हालत गंभीर
गन्नौर। शादी का निमंत्रण देने जाते समय कार का संतुलन बिगड़ने से चार दोस्त कार सहित सरढाना-आहुलाना के बीच नहर में जा गिरे। इस दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीण भी तुरंत नहर में कूदे और चारों दोस्तों को कार से बाहर निकाला। चारों दोस्तों की हालत खराब होने के चलते उन्हें खानपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जाया गया, जहां डाक्टरों ने एक दोस्त को मृत घोषित कर दिया, जबकि दो दोस्तों को उपचार के बाद घर भेज दिया। सूचना के बाद थाना खुबडू झाल चौकी से पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले कर कार्रवाई शुरू कर दी। प्राप्त जानकारी अनुसार पानीपत के गांव बुडशाम निवासी नीरज की 10 जून को शादी है। नीरज मंगलवार की रात को अपने गांव के ही तीन दोस्तों मोहित, प्रदीप व रोहित के साथ कार में सवार हो कर शादी का निमंत्रण देने गांव डबरपुर में अपनी रिश्तेदारी जा रहे थे। कार को नीरज स्वयं चला रहा था। जब वह गांव सरढ़ाना-आहुलाना के बीच पहुंचे तो कार अचानक संतुलन बिगड़ गया और कार अनियंत्रित हो कर नहर में जा गिरी। जिससे नीरज व उसके चारों दोस्त नहर में डूबने लगे। हादसे के तुरंत बाद मौके पर मौजूद आसपास के ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू किया। ग्रामीणों ने नहर में छलांग लगा कर चारों दोस्तों को नहर से बाहर निकाल लिया और तुरंत उपचार के लिए उन्हें खानपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले गए। जहां चिकित्सक ने जांच के बाद नीरज के दोस्त मोहित को मृत घोषित कर दिया। जबकि प्रदीप व रोहित का इलाज करने के बाद उन्हें घर भेज दिया। वहीं डाक्टरों ने रोहित को रोहतक पीजीआई रैफर किया था, लेकिन स्वजन उसे उपचार के लिए निजी अस्पताल में ले गए। इस बीच खुबडू झाल चौकी पुलिस ने नहर में गिरी कार को भी नहर से बाहर निकलवा लिया। खुबडू झाल चौकी प्रभारी मनजीत कुमार ने बताया कि पुलिस ने मोहित के शव को पोस्टमार्टम करवाने के बाद स्वजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
– परिवार पर टूटा आफत का पहाड़
बुड़शाम गांव के मोहित की मौत के बाद परिवार पर आफत का पहाड़ टूटा है। कुछ दिन पहले दिन उसके दादा इंद्रसिंह की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। दो दिन पहले ही मोहित के दादा की रस्म तेहरवीं थी। रेस्म तेहरवीं के दो दिन बबाद ही उसके परिवार में मातम पसर गया। पहले दादा की मौत हुई और अब मोहित की मौत भी सड़क हादसे की वजह से हुई। मृतक मोहित तीन बहनों में अकेला भाई था। स्वजनों के अनुसार नीरज व मृतक मोहित की गहरी दोस्ती थी। अपने साथी नीरज के साथ उसकी शादी का निमंत्रण देने के लिए मोहित जिस कार में गया था वह उसने अपने रिश्तेदार से ही मांगी थी। स्वजनों के अनुसार नीरज व मोहित पहले भी एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। उस हादसे में मृतक मोहित के पैर में गंभीर चोट लगी थी, जिस वजह से वह ठीक से चल भी नहीं पाता था।