जातिवाद और परिवारवाद के ख़िलाफ़ बिजेन्द्र दलाल ने खोला मोर्चा
सिद्धार्थ राव, बहादुरगढ़। आगामी नगर परिषद चुनाव में शहर के वार्ड 21 से इस बार बिजेन्द्र पाल सिंह दलाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी ताल ठोक दी है। बुधवार को नेहरू पार्क की चौड़ी गली में विधिपूर्वक हवन पश्चात वार्ड के बुजुर्गों से अपने कार्यालय का उद्धघाटन करवाने के बाद बिजेन्द्र दलाल ने उपस्थित वार्डवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह पिछले ढाई-तीन साल से पार्षद चुनाव की तैयारी में जुटे हुए थे और उन्होंने वार्ड के हर घर परिवार से सहमति और आशीर्वाद लेकर ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
प्रत्याशी बिजेन्द्र दलाल ने कार्यालय शुभारंभ के बाद सर्वप्रथम कॉलोनी में स्थित शिव मंदिर में ईश्वर के आशीर्वाद हेतु हाज़िरी लगाई और नेकनीयती से वार्ड की सेवा करने का संकल्प लिया। इसके पश्चात ढोल नगाड़े की बीच सैंकड़ों समर्थकों के साथ वार्ड की गलियों में बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं से समर्थन और सहयोग मांगा। समर्थन यात्रा के दौरान जगह-जगह बिजेन्द्र दलाल का फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया गया।
भाईचारे के लिए छोड़ी पार्टी की उम्मीदवारी
बिजेन्द्र दलाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने पार्षद चुनाव के लिए अपने स्तर पर आपसी भाईचारे और सौहार्द के लिए सर्वसहमति से किसी अच्छे और निर्विवाद व्यक्ति को वार्ड से उम्मीदवार बनाने के लिए भरसक प्रयास किये, मगर कुछ लोगों की महत्वकांक्षाओं के चलते ऐसा संभव न हो सका। उन्होंने कहा कि उन्होंने तो भाईचारे के लिए इनेलो द्वारा दी गई पार्टी की टिकट को भी सादर अस्वीकार कर दिया। क्योंकि मेरा मानना है कि वार्ड स्तर का चुनाव राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक होता है।
जातिवाद और परिवारवाद रहेगा मुद्दा
उन्होंने कहा कि वार्ड 21 अधिकांशतः विकसित वार्ड है और यहां शिक्षित एवं प्रबुद्धजन निवास करते हैं। ऐसे में कुछ लोग जहां जातपात का जहर फैला कर चुनाव के दौरान सामाजिक माहौल ख़राब करने का काम करते हैं, वहीं कुछ लोग वार्ड को अपनी ख़ानदानी बपौती मानकर परिवारवाद को बढ़ावा देने पर तुले हैं। वार्ड की जागरूक और सामाजिक सम्मानित जनता ऐसे लोगों के मंसूबे को नाकाम करके इस बार इन्हें चुनाव में कड़ा सबक सीखाने का काम करेगी।
पूर्व पार्षदों राणा और खत्री ने दिया समर्थन
वार्ड 21 के 2 पूर्व पार्षदों क्रमशः राजसिंह राणा और सुरेन्द्र खत्री (प्रतिनिधि पूर्व पार्षद डॉ रितु खत्री) का खुला समर्थन बिजेन्द्र दलाल को मिलने से उनकी स्थिति काफी मजबूत हो गई है और प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों में बेचैनी का माहौल व्याप्त हो गया है। सुरेन्द्र खत्री ने उन्हें समर्थन देते हुए कहा कि वर्ष 2016 में निवर्त्तमान पार्षद ने कॉलोनी के मंदिर में मौजिज़ लोगों की उपस्थिति में अगले चुनाव में ख़ुद और ख़ुद के परिवार से किसी को चुनाव न लड़ाने की बात कही थी। मगर अब वह पुनः अपने भतीजे को वार्ड से चुनाव लड़वाकर मनमानी कर रहे हैं जोकि सरासर गलत है। मंदिर में हुए फ़ैसले अनुसार इस बार बिजेन्द्र दलाल की दावेदारी बनती है और हम पूर्व में हुए अपने फ़ैसले अनुसार तन-मन-धन से उनके साथ खड़े हैं।