मीरजापुर : जन्माष्टमी की धूम, जन्मे कन्हाई, घर-घर गूंजी बधाई
– नंद के आनंद भयाे, जय कन्हैया लाल की…, जयकारे के साथ उल्लास की बिखरी खुशियां
– लड्डू गाेपाल के आगमन को लेकर हर्ष और उल्लास का माहौल, दूध, दही व शहद से हुआ पंचामृत
मीरजापुर, 19 अगस्त। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की… गीत से वातावरण गूंज उठा। नंद लाला के जन्म का उल्लास व उत्साह ऐसा था कि दिनभर घर व मंदिर में कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारियां चलती रही। धार्मिक कार्यक्रम के साथ सजावट की गई। लड्डू गाेपाल के आगमन को लेकर हर्ष और उल्लास का माहौल नजर आया। बाजार में भी रौनक छाई रही।
पुलिस लाइन, स्टेशन, जिला कारागार, शुक्लहा स्थित ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय समेत शहर के कृष्ण मंदिर समेत पूरा इलाका भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डूब गया। हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की… राधे-राधे, गोविन्द गोविन्द के जयघोष और भगवान श्रीकृष्ण की आरती से रिझाने का दौर देर रात तक चला। मंदिरों और घरों में कान्हा के जन्म को लेकर विशेष सजावट की गई। रंग-बिरंगी और मनमोहक ड्रेस श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। इससे पहले दिनभर गली मोहल्ले से लेकर बाजार में लोग ठाकुरजी के लिए नई पोशाक, मुकुट, बिछौना खरीदे। जैसे ही आधी रात को 12 बजे, वैसे ही घर-घर में और मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। ठीक रात 12 बजे मंदिरों और घराें में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म लेते ही खुशियां बिखर गई। नंद के आनंद भयाे जय कन्हैया लाल की…, जयकारे के साथ उल्लास की बयांर बिखरने लगी। घराें में कान्हा के जन्मोत्सव के लिए विशेष व्यंजन बनाए गए। लाेगाें ने मंदिरों से चृणामत का प्रसाद लाकर व्रत खाेले। भव्य सजावट कान्हा के जन्मोत्सव में चार चांद लगा रही थी। श्रीकृष्ण मंदिरों में श्रद्धालुओं ने दिन में हरिनाम संकीर्तन कर महिलाएं भगवान के जन्मोत्सव की खुशी में बधाईयां गाईं। इसके बाद श्रद्धालुओं काे दही, पंजरी माखन मिश्री प्रसाद का वितरण किया गया। श्रृंगार दर्शन और कान्हा को झूला झुलाने के लिए भक्तों की कतार लगी रही। संगीत के माध्यम से बिजली कड़कने, बादल की गड़गड़ाहट और नवजात बच्चे के रूदन की आवाज से उसी तरह का माहौल बनाया गया जैसा श्रीकृष्ण के जन्म के समय का वर्णन शास्त्रों में किया गया है।
घर-घर में जन्मे श्रीकृष्ण, हुए बधाई गीत
मंदिरों के अलावा हर घर में महिलाओं, बच्चों ने व्रत कर रख कर बड़े ही श्रद्धाभाव से तीनों लोकों के स्वामी योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया। भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति रखकर बड़े ही श्रद्धाभाव से उन्हें सजा कर पालना पर आसीन करा झूलाया गया। साथ फल-फूल, मेवा-मिश्री, मिष्ठान आदि का प्रसाद अर्पण कर भगवान श्रीकृष्ण का पूजन-अचर्न कर जीवन में मंगल कामना की गई।