सोनीपत
गांव जुआं में पंचायती भूमि से हरे-भरे पेड़ काटने का मामला सामने आया है। ठेकेदार व ग्रामीणों ने पंचायती जमीन से बरगद, पीपल, कीकर, जामुन के सेकड़ों पेड़ काट दिए। पेड़ों का काटते हुए कुछ ग्रामीणों ने विरोध किया। मामले को लेकर डायल-112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया। उसके बाद कटे पेड़ों को गाड़ियों व डंपर में लाद रहे ठेकेदार के कारिंदे व ग्रामीण लड़कियों को छोड़कर फरार हो गए। मामले को लेकर गांव के सरपंच ने मोहाना थाने में शिकायत दी है। वहीं ग्रामीण ने जिला उपायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाकर मामले में कार्यवाही की मांग की है।
गांव जुआं निवासी बिजेंद्र ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि गांव की पंचायती भूमि पर करीब 23 एकड़ में तालाबों की खुदाई होने वाली है। कई दिन पहले इस संदर्भ में जमीन की पैमाइश की गई। जिसके बाद ग्रामीणों व ठेकेदार के कारिदों ने उक्त जमीन पर सालो पूराने बरगद, पीपल कीकर, जामुन के पेड़ों को कटना शुरू कर दिया। सेकड़ों की संख्या में ठेकेदार व ग्रामीणों ने हरे-भरे व फलदार पेडों को काट दिया। बिजेंद्र ने बताया कि इस संबंध में सरपंच को अवगत करवाया गया, लेकिन उसे इस संदर्भ में किसी प्रकार की जानकारी न होने की बात कही। ग्रामीणों ने डायल-112 पर कॉल करके पुलिस को अवगत करवाया। पुलिस ने मौके पर पहुंची ट्रैक्टर-डंपर को कब्जे में लिया है। मामले को लेकर गांव के सरपंच ने बृहस्पतिवार को मोहाना थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
बिना अनुमति के काट दिए पेड़, कार्यवाही की मांग-
ग्रामीण बिजेंद्र ने बताया कि पंचायती भूमि पर हरे भरे पेड़ो को बिना अनुमति के काट दिया। इस संदर्भ में बीडीपीओ को अवगत करवाया। जानकारी मिली कि उन्हें इस मामले में किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है। पीड़ित ने मामले को लेकर जिला उपायुक्त कार्यालय में शिकायत दी है। शिकायत में ठेकेदार व पेड़ काटने वालों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के साथ-साथ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
पर्यावरण मित्रों ने जताई नाराजगी-
गांव जुआं में पर्यावरण परिवार की तरफ से प्रदेश का आठवां आक्सीजन बाग स्थापित किया गया था। जिसमे विभिन्न किस्म के पौधों रोपित किए गए थे। बाग में पौधे पेड़ का रूप ले चुके है। वहीं गांव में इतने बड़े स्तर पर विभागों को बिना जानकारी व विभागोें से बिना अनुमति के सेकड़ों छायादार व फलदार पेड़ों को काटना पर्यावरण के लिए बेहद निराशाजनक व घातक मामला है। पर्यावरण मित्र संजू, विक्की, सोनू, मोहित, सोमबीर ने बताया कि
जिला उपायुक्त को इस संबंध में मिलकर शिकायत दर्ज करवाई जायेगी। साथ की योजना को लेकर पेड़ों को बचाने के लिए लिखा जायेगा। ताकि पर्यावरण को हरा-भरा रखा जा सके।
दो दिन बाद जागी पंचायत, थाने में दर्ज करवाई शिकायत-
गांव में पेड़ काटने का मामला मंगलवार देर शाम से शुरू हो गया था। ग्रामीण बिजेंद्र ने बताया कि इस संदर्भ में ठेकेदार प्रकाश खोकर से फोन पर बातचीत की। उसने बताया कि वह खुद उक्त पेड़ों को कटवा रहा है। वहीं पंचायती जमीन पर ग्रामीणों ने अवैध कब्जे किए हुए थे। कब्जे वाली जमीन से ग्रामीणों द्वारा भी पेड़ काटे जाने व उन्हें बेचने की जानकारी मिली है। दो दिन बाद मामला बीडीपीओ व जिला उपायुक्त के सामने संज्ञान में लाया गया, उसके बाद पंचायत को अवगत करवाने के बाद सरपंच सुरेंद्र ने थाने में जाकर इस संबंध में बृहस्पतिवार को शिकायत दर्ज करवाई है।