सोनीपत: 100 वर्ष का इतिहास समेटे है फिल्म गेलरी: अभिनेत्री सुमित्रा हुड्डा
सोनीपत, 05 नवंबर। स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय में शनिवार को मुंबई से फिल्म अभिनेत्री सुमित्रा हुड्डा पहुंचीं। उन्होंने संग्रहालय में बनकर तैयार हुई फिल्म गेलरी का विधि पूर्वक नारियल तोड़कर शनिवार को उद्घाटन किया। पूर्व आईपीएस अधिकारी सुमन मंजरी उनके साथ रही। ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के सयुक्त सचिव, जसबीर खत्री, सदस्य सचिव राजेश खत्री और राष्ट्रीय कला केंद्र के संरक्षण विभागाध्यक्ष अचल पांड्या ने सभी मेहमानों का फूलों के बुके और समृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
इस दौरान फिल्म अभिनेत्री सुमित्रा हुड्डा ने बताया कि ऐसा दुनिया में बहुत कम होता है कि जहां संग्रहालय में फिल्म गैलरी बनाई जाती हो लेकिन यहां इस स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय में वास्तव में ही यह फिल्म गैलरी अपने अंदर 100 वर्षो से भी अधिक का इतिहास समेटे हुए हैं और यहां पर देश दनिया से पहुंचने वाले पर्यटकों को इतिहास से जुड़ी रोचक जानकारी प्राप्त होगी। यह उनका सौभाग्य है कि यहां पर उनके द्वारा हरियाणा की पहली फिल्म बहुरानी में मुख्य भूमिका के रोल में जिन वस्त्रों को उन्होंने पहना था आज वह वस्त्र संग्रहालय की शोभा बने हैं।
उन्होंने ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ललित सिवाच का भी धन्यवाद किया और कहा कि यहां इस संग्रहालय में उनके नेतृत्व में तैयार हो रही अन्य कई गेलरी भी काफी आकर्षक हैं, जिनमें ऋषि-मुनियों से जुड़ी गेलरी में गुरु गोरखनाथ जी से संबंधित जानकारी काफी रोचक हैं। उन्होंने हरियाणा के सांग करने वाली महान विभूतियों के विषय पर भी कहा कि फ़िल्म गेलरी में जगह देकर वास्तव में है उन कलाकारों को सच्ची श्रद्धांजलि दी गई है। वह मुंबई जाकर इस संग्रहालय की फिल्म गैलरी के विषय को लेकर वहां फिल्म अभिनेता और अभिनेत्रियों को जानकारी अवश्य देगी। उन्होंने कहा कि वह कभी जब भविष्य में दिल्ली आएगी तो अपनी बेटी भूमि को भी यह संग्रहालय अवश्य दिखाने का कार्य करेगी।
फिल्म गेलरी उन महान विभूतियों को समर्पित है जिन्होंने संगीत, फिल्म, सांग, रागनी, गीत, के प्रति अपनी कला से मनोरंजन किया। यहां नौ सांगी की तस्वीरें मौजूद है लेकिन अब यह विभूति हमारे बीच नहीं हैं, जिनके द्वारा किया गया कार्य आज भी लोगों को सांग के रूप में प्रेरणा देता है। डॉ धर्मबीर शर्मा, प्रवीन, धनसिंह बीन वादक, राकेश कुमार सॉडी, महासिंह, रामनिवास, सुलेख कुमार, सुरेश कुमार, कृष्ण कुमार, बाबा सतपाल नाथ, डॉ सत्यव्रत त्रिपाठी, रणबीर सिंह रोहिल्ला उपस्थित रहे।