लखनऊ से आई टीम ने कस्तूरबा गांधी, प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालय और डायट का किया आकस्मिक निरीक्षण
-कम्पोजिट विद्यालय अगवानपुर में 536 नामांकित छात्र-छात्राओं के सापेक्ष 216 ही मिले अनुपस्थित
-कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कुंदरकी में नामांकित 100 छात्राओं के सापेक्ष 94 छात्राएं उपस्थित मिली
मुरादाबाद, 25 जुलाई। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्धप्रिय सिंह ने बताया कि सोमवार को स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक लखनऊ महानिदेशक द्वारा नामित टीम एसके तिवारी, पाठ्य पुस्तक अधिकारी वरिष्ठ विशेषज्ञ स्कूल शिक्षा लखनऊ एवं राघव कत्याल, कन्सलटेन्ट मिशन सलाहकार राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ द्वारा जनपद के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कुंदरकी, प्राथमिक विद्यालय मैनाठेर-नगरक्षेत्र, कम्पोजिट विद्यालय अगवानपुर प्रथम विकास खंड मरादाबाद ग्रामीण, कम्पोजिट विद्यालय लदावली विकास खंड छजलैट जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कांठ का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
बीएसए बुद्धप्रिय सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कुंदरकी में नामांकित 100 छात्राओं के सापेक्ष 94 छात्राएं उपस्थित मिलीं। सभी स्टाफ विद्यालय में उपस्थित मिला। कक्षा-8 में छात्राओं के शैक्षिक स्तर का अवलोकन किया गया। शैक्षिक स्तर अपेक्षाकृत संतोषजनक पाया गया। शयन कक्षों, रसोईघर एवं विद्यालय शिक्षण कक्षों में साफ-सफाई बेहतर पायी गयी। कम्पोजिट विद्यालय अगवानपुर में 536 नामांकित छात्र-छात्राओं के सापेक्ष 216 छात्र-छात्रायें उपस्थित पाये गये। विद्यालय परिसर व शिक्षण कक्षों में आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत सभी पैरामीटर्स पूर्ण पाये गये। कक्षाओं में जाकर छात्र शैक्षिक स्तर का अवलोकन किया गया। छात्र शैक्षिक स्तर संतोषजनक है। कक्षाध्यापकों से अपेक्षा की गयी कि कक्षा 1, 2 व 3 में बच्चों के अधिगम स्तर को जांचें, तदानुसार शिक्षण कार्य किया जाये। कम्पोजिट विद्यालय लदावली-छजलैट में कक्षा अवलोकन में बच्चों का शैक्षिक स्तर संतोषजनक विद्यालय का भौतिक परिवेश अपेक्षाकृत संतोषजनक पाया गया।
कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद के समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों, जिला समन्वयकों, एसआरजी एवं एआरपी के साथ निपुण भारत मिशन के क्रियान्वयन हेतु बैठक आहूत की गई। बैठक में निर्देश दिये गये कि निपुण भारत मिशन सम्बन्धी गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए निर्देशित किया गया कि उक्त के संबंध में प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों को प्रत्साहित किया जाये लगातार निरीक्षण-पर्यवेक्षण कर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।