भारत से शुरु होगी हर बार चेस ओलंपियाड की मशाल: सतीश महाना
– चैस ओलंपियाड की मशाल पहुंची कानपुर, हुआ भव्य स्वागत
कानपुर, 26 जून । चैस ओलंपियाड जो लगभग सौ साल पहले शुरु हआ था, इस बार पहली बार भारत में होने जा रहा है। इसके साथ ही ग्रीस से हर बार शुरु होने वाली चैस ओलंपियाड की मशाल अब हर बार भारत से ही शुरु होगी जो देश के लिए गर्व की बात है।
यह बातें रविवार को कानपुर पहुंची चेस ओलंपियाड की मशाल का स्वागत करते हुए विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कही।
तमिलनाडु के महाबलीपुरम में प्रथम शतरंज ओलंपियाड होने जा रहा है। चैस ओलंपियाड की मशाल यात्रा इन दिनों उत्तर प्रदेश से गुजर रही है और रविवार को मशाल यात्रा कानपुर पहुंची, जहां पर भव्य स्वागत हुआ। ग्रीनापार्क स्टेडियम में मशाल यात्रा लेकर चल रहे ग्रैडमास्टर अवंतिका अग्रवाल व ग्रैंडमास्टर तेजस बाकरे का खेल जगत से जुड़े लोग, राजनीतिक और उद्यमियों ने भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर शहर सांसद सत्यदेव पचौरी, अकबरपुर सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, महापौर प्रमिला पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरूण, एमएलसी अरुण पाठक, विधायक सुरेन्द्र मैथानी, अभिजीत सिंह सांगा, मोहित सोनकर, मण्डलायुक्त डा0 राजशेखर, जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर, अपर जिलाधिकारी नगर अतुल कुमार, पूर्व विधायक रघुनन्दन सिंह भदौरिया सहित सभी संबंधित अधिकारी व विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।
पहली बार भारत में हो रहा शतंरज ओलंपियाड
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि चैस ओलंपियाड जो लगभग 100 साल पहले शुरु हआ था, इस बार पहली बार भारत में होने जा रहा है। चैस ओलिंपियाड टार्च रिले अपने पहले चरण में उत्तर प्रदेश के नौ जिलों से होकर गुजर रही है। समूचा विश्व इस समय उत्तर प्रदेश की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने ही पूरी दुनिया को संस्कृति व संस्कार सिखाने का कार्य किया है। शतरंज थोडा मुश्किल गेम है लेकिन आपके ब्रेन को टच करने वाला गेम है।
चतुरंग के नाम से जाना जाता था शतरंज
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के अध्यक्ष संजय कपूर ने कहा कि चैस ओलंपियाड इस बार उस देश में हो रहा है, जहां से चैस यानि शतरंज की शुरुआत हई थी। उस समय यह चतुरंग के नाम से जाना जाता था और समय के साथ इसकी प्रसिद्धि, समूचे विश्व के हर कोने में पहुंची और आज लगभग हर देश में शतरंज खेला जाता है। सौ सालों में पहली बार चैस ओलंपियाड टार्च रिले भारत में शुरु की गयी है और यह भारत के 75 जिलों का भ्रमण करेगी। इस बार जब चैस ओलंपियाड भारत में होगा तो उस में भाग लेने वाली 187 देशों की टीमें एक ही छत के नीचे बैठ कर शतरंज के खेल में अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगी।