जल को दूषित करना आपराधिक मामला, करें सख्त कार्रवाई: चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव
– नहरों व यमुना में दूषित पानी छोडऩे पर लगायें पूर्ण लगाम
-सभी एसटीपी व सीईटीपी को करवायें दुरूस्त, अधिकारी ईमानदारी से निभायें जिम्मेदारी
-हरियाणा स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव ने यमुना मॉनिटरिंग कमेटी की ली बैठक
-वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का दौरा करते हुए चेयरमैन राव ने दिए जरूरी दिशा-निर्देश
सोनीपत, 17 जून। हरियाणा स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (एचएसपीसीबी) के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव ने कहा कि नदियों के जल को दूषित करना आपराधिक मामला बनता है। ऐसा करने वालों के विरूद्घ सख्त कार्रवाई करें। यमुना व नहरों में पानी को छोडऩे से पहले उसे शुद्घ करना होगा। दूषित जल किसी भी सूरत में न छोड़ा जाए।
हरियाणा स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव शुक्रवार को लघु सचिवालय में यमुना मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने विस्तार से समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में शामिल होने से पूर्व उन्होंने वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का भी दौरा किया, जहां उन्होंने कूड़े से बिजली बनाये जाने की पूर्ण प्रक्रिया की जानकारी ली। प्लांट का दौरा करने उपरांत उन्होंने यमुना मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक ली।
एचएसपीसीबी के चेयरमैन राव ने कहा कि एकजुटता के साथ हमें यमुना को दूषित करने से रोकना है। इसके लिए यमुना एक्शन प्लान भी तैयार किया गया था, जिसमें संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। निर्देशों की पूर्ण अनुपालना सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें परिणाम चाहिए। इसलिए बेहतरीन परिणाम देने की दिशा में कार्य करें। यमुना में गिरने वाले पानी की गुणवत्ता में सुधार की नियमित रूप से समीक्षा की जाए। उन्होंने यमुना में ड्रेन के माध्यम से छोड़े जा रहे पानी की भी रिपोर्ट ली।
चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव ने कहा कि यमुना में घरेलू तथा औद्योगिक इकाइयों का पानी भी छोड़ा जाता है, जिसे शुद्घ करना आवश्यक है। इसके लिए उन्होंने सभी सीईटीपी (राई, बड़ी, मुरथल व कुंडली में स्थापित)और एसटीपी (राठधना व ककरोई रोड स्थित) को दुरूस्त कर उचित संचालन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का नैतिक दायित्व भी बनता है कि वे नहरोंं-नदियों को दूषित होने से बचायें। उन्होंने सैपटेज मैनेजमेंट की भी विशेष रूप से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि अवैध कालोनियों व औद्योगिक इकाइयों से सैपटेज टैंकरों के माध्यम से दूषित पानी नहरों-नदियों में छोडऩे पर पूर्ण लगाम लगायें। इसके लिए नगर निगम व पुलिस विभाग मिलकर काम करें। ऐसा करने वालों के चालान किये जायें।
एचएसपीसीबी के चेयरमैन राव ने हरियाणा रोडवेज डिपो से निकलने वाले पानी की भी उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए, जिसके लिए उन्होंने सीईटीपी स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नहर में पानी न छोड़ें। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न स्थानों पर औद्योगिक इकाइयों द्वारा नदी-नहरों में छोड़े जा रहे पानी की रिपोर्ट तलब करते हुए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल को दूषित होने से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाये जायें।
इस दौरान उपायुक्त ललित सिवाच ने चेयरमैन राव को पूर्ण विश्वास दिलाया कि वे सभी दिशा-निर्देशों की पूर्ण अनुपालना करवायेंगे। नदी व नहरी पानी को दूषित होने से बचायेंगे। इस अवसर पर उपायुक्त ललित सिवाच सहित नगर निगम के आयुक्त धर्मेंद्र सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त शांतनू शर्मा, डीएसपी विरेंद्र राव, आरओ नवीन गुलिया, एसई अशोक रावत, एक्सईएन हरभजन सिंह आदि संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।