उपायुक्त ललित सिवाच ने दिया सुझाव, जिस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिए योजना बनाने के निर्देश
सोनीपत, 19 जनवरी। तीव्र बरसात के चलते जल भराव की स्थिति पैदा होने पर कुछ किसान अपने स्तर पर खुद के संसाधनों से खेतों से पानी निकालने में जुट जाते हैं, जिनके लिए डीजल की व्यवस्था की जानी चाहिए। उपायुक्त ललित सिवाच ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पूछे जाने पर सोनीपत जिला की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए यह सुझाव दिया, जिसे मुख्यमंत्री ने तुरंत स्वीकृत करते हुए आला अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस संदर्भ में योजना बनायें।
गुरूवार को विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री ने विस्तार से सूखा राहत व बाढ़ नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रबंधों पर चर्चा की। जिलों की समीक्षा करते हुए नई योजनाओं व सुझावों पर भी विचार-विमर्श किया गया। नये वित्त वर्ष के अंतर्गत बजट व आवश्यक प्रबंध किये जाने पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के दौरान ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल एक-एक जिला के उपायुक्त से आवश्यक सुझाव अथवा मांग की जानकारी ली तो सोनीपत के उपायुक्त ललित सिवाच ने आवश्यक सुझाव दिया। उनकी मांग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी तुरंत स्वीकृति दी। इस प्रकार उपायुक्त के सुझाव से पूरे हरियाणा प्रदेश के लिए एक योजना बनकर तैयार होगी, जिसका विशेष लाभ जलभराव की स्थिति में मिलेगा। इससे बरसाती पानी को जल्दी निकालने में विशेष सहायता मिलेगी। साथ ही किसानों को भी विशेष रूप से प्रोत्साहन मिलेगा।