कैथल: पूंडरी गौशाला में 50 गाय लंपी वायरस की चपेट में, बाहर से गौवंश लेने पर लगाई पाबंदी
कैथल,18 अगस्त। पूंडरी श्री जयराम आदर्श गौशाला की लगभग 50 गाय लंपी वायरस बीमारी की चपेट में आ गई है। जिसको लेकर गौशाला प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने गुरुवार को इमरजेंसी बैठक बुलाकर के विचार-विमर्श किया। बैठक में फैसला लिया गया कि आसपास के गांव से पशुपालकों द्वारा गौशाला में लाई जाने वाले गौवंश को नहीं लिया जाएगा। जब तक इस बीमारी का प्रकोप है तब तक बाहर से कोई भी गौवंश ना लिया जाएगा, ना दिया जाएगा।
सदस्यों ने आशंका व्यक्त की कि बाहर से जो गाय आती हैं, उनमें इन बीमारियों के लक्षण देखे गए हैं। जिससे गौशाला में इनके संपर्क में आने से अन्य गाय भी इस बीमारी के शिकार हो गई हैं। जिसके चलते प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने ये निर्णय लिया है। प्रबंधक कमेटी के प्रधान ओमप्रकाश गोलन की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि कुछ ही दिनों में देखते ही देखते एक दो गाय से अब 40 से 50 गौवंश में इस बीमारी के लक्षण आ गए है। जिन्हें अन्य गौवंश से अलग रखा गया है। इसके अलावा लंपी वायरस बीमारी से निपटने के लिए लगभग 300 गायों को इस बीमारी के इंजेक्शन भी लगाए गए हैं।
वर्तमान में गौशाला में लगभग दो हजार गौवंश का संरक्षण हो रहा है, लेकिन प्रबंधक कमेटी इस बीमारी को लेकर के काफी गंभीर है। जिसके चलते गायों को इस बीमारी से बचाने के लिए नीम के पत्ते, गिलोय बेल और आंवले से घोल तैयार करके बीमारी से ग्रस्त गौवंश को प्रतिदिन नहलाया जाता है। जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। कई दिन से दूसरे गांव से किसान दुध पीने के बाद जब गाय दुध देना बंद कर देती है तो गौशाला छोडऩे आ रहे है। जब तक इस बीमारी का प्रकोप जारी है कोई भी किसान गौवंश लेकर नहीं आए, ताकि उसे वापिस ना जाने पड़े। अब गौशाला में किसी भी प्रकार के गौवंश के प्रवेश पर पूर्णतया पाबंदी है। प्रबंधक कमेटी में प्रशासन के प्रति रोष प्रबंधक कमेटी ने प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया।