मौसम की मंडी में धान की फसल पर मार, खरीद प्रक्रिया हुई बेहद धीमी
सोनीपत
जिले में धान की सरकारी प्रक्रिया शुरू होने के बाद बदले मौसम से आढ़ती, किसानों के साथ-साथ मिलर को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को मौसम व मशीन से काटे गए धान की समय पर मिलर द्वारा व्यवस्था न होने के चलते बिक्री प्रक्रिया बेहद धीमी रही। शुक्रवार को करीब पांच हजार बैग धान की खरीद नही हो पाई। मौसम के साथ-साथ शुक्रवार को ट्रांसपोटर्स और मिलर भी मंडी में कम पहुंचे। जिसका सीधा असर खरीद प्रक्रिया पर पड़ा। विशेषज्ञों की माने तो बरसात के आसार और धान की फसल में अधिक नमी के कारण खरीद कम हुई है।
बता दें कि जिला अनाज मंडी में आढ़तियों की हड़ताल समाप्त होते ही तेजी से धान की खरीद प्रक्रिया चल रही थी। हर रोज औसतन 20 से 22 हजार बैग धान बिक रहा था। यही नही दोपहर तक बोली होने के बाद देर शाम तक माल का उठान भी लगभग हो जाता था। परन्तु शुक्रवार को आसमान में छाए काले बादलों की वजह से खरीददारी प्रक्रिया प्रभावित रही और खरीददारों ने चुनिंदा धान की ढेरियों को ही खरीदा, जिनमें नमी की मात्रा 20 प्रतिशत से कम थी।
कई दिनों बाद धान के दामों में हुई बढ़ौतरी, दिन भर कटे 300 से अधिकारी गेट पास-
शुक्रवार को मौसम का रंग देखकर बड़ी संख्या में किसान अपना धान लेकर मंडी में पहुंचे। जिसकी वजह से शुक्रवार को 300 से अधिक गेट पास काटे गए। वहीं शुक्रवार को भाव में भी मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई। पिछले कई दिनों से धान की किस्म 1509 का भाव 3400 रुपए प्रति क्विंटल बना हुआ था, परन्तु शुक्रवार को यह 3451 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गया। हालांकि बाजरे का भाव शुक्रवार को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम ही रहा। बरसात होने की वजह से बाजरे की गुणवत्ता इस बार अपेक्षाकृत कम है। नमी किसानों के लिए समस्या बनी हुई है। शुक्रवार को किसान अपने साथ तिरपाल लेकर पहुंचे हुए थे। जिन किसानों की फसल शुक्रवार को नहीं बिक पाई, उन्होंने बरसात से बिछाने के लिए फसलों को तिरपाल बिछा दिया।
जिले में हो चुकी है, 05 हजार 852 मिट्रिक टन धान की खरीद
खरीफ सीजन के अंतर्गत जिला में धान और बाजरा की आवक के साथ ही सुचारू रूप से इनकी खरीद की जा रही है। सोनीपत जिला में 06 अक्टूबर सायं तक 05 हजार 852 मिट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। इनमें ग्रेड-ए 01 हजार 114 मिट्रिक टन तथा 1509 किस्म 04 हजार 738 मिट्रिक टन शामिल है। इसके अलावा जिला की सभी खरीद केन्द्रों पर अब तक किसान 12 मिट्रिक टन बाजरा लेकर पहुंचे है। जिसकी खरीद की जा चुकी है।
ललित सिवाच, जिला उपायुक्त।
वर्जन
मौसत की वजह से धान की खरीद प्रक्रिया शुक्रवार को बेहद धीमी रही। दिन में हल्की बुंदाबांदी भी हुई। जिसके चलते खरीददार अपेक्षाकृत कम आए है। भाव में हल्की बढ़ोतरी हुई है। 1509 का भाव शुक्रवार को 3451 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा। नमी अधिक होने की वजह से भावों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।