बायो फ्लाक पद्धति से कम जगह में मत्स्य पालन की अपार सम्भावना- निदेशक
मधुबनी,13 जनवरी। जिला के सदर प्रखंड पंडौल स्थित सिसौना गांव में शुक्रवार को मत्स्य पालन उद्योग का निरीक्षण राज्य के वरीय पदाधिकारियों ने किया। निशांत अहमद निदेशक मत्स्य व प्रधान मंत्री जन संपदा योजना के प्रभारी विपिन वर्मा द्वारा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग अंतर्गत चलने वाले योजनाओं का सिसौना में पच्चीस टैंक वाले बायो फ्लॉक पद्धति से किए जाने वाले मत्स्य पालन केंद्र का निरीक्षण किया गया।
अवसर पर निदेशक मत्स्य, बिहार द्वारा मौके पर उपस्थित लोगों नई आधुनिक पद्धति की वृहत जानकारी दी गई। कहा कि मत्स्य पालन कर किसान कम से कम क्षेत्र में अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। ऐसे में सभी मत्स्य पालकों को इसका इस्तेमाल बढ़ चढ़ कर करना चाहिए। निदेशक मत्स्य द्वारा उपस्थित लाभुकों को बायो फ्लॉक टैंक में ठंड के उपरांत पैनगैसियस बीज का संचयन करने का सुझाव दिया गया।
मत्स्य संपदा के राज्य प्रभारी विपिन कुमार द्वारा टैंकों में कम गहराई रखकर सिंघी मछली के संचयन का परामर्श दिया गया। अवसर पर जिला मत्स्य पदाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के दिशानिर्देश के अनुरूप जिले में मत्स्य पालन की अपार संभावनाओं पर काम किया जा रहा है। निरीक्षण क्रम में मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, रविकांत भारती सहित बड़ी संख्या में लाभुक उपस्थित रहे।