मुकाम हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ गुरूओं का आशिर्वाद जरूरी : जैन
गन्नौर। आईपीएस अंशुल जैन ने कहा कि मुकाम हांसिल करने के लिए जहां कड़ी मेहनत की जरूरत है, वहीं गुरूओं का आशिर्वाद भी जरूरी है। जैन शुक्रवार को जीटी रोड़ स्थित गुप्तिधाम में उपाध्याय 108 गुप्ति सागर महाराज से आशिर्वाद लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहें थे। उन्होंने बताया कि मेरी बचपन से ही इच्छा थी कि वो उच्चाधिकारी बने। जैन ने बताया कि उसने कड़ी मेहनत की और उसने यूपीएससी कि परीक्षा भी पास की लेकिन वो आइआरएस चुने गए। इसके बाद भी उनको चैन नही मिला और वे गुप्ति सागर महाराज के पास आया और गुप्ति सागर महाराज ने उन्हें आशिर्वाद देते हुए आगे बढनÞे की प्रेरणा दी। अंशुल जैन ने बताया कि उसके बाद से ही उसने फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी और वे अपना पिछला रैंक सुधारते हुए आईपीएस तक पहुंचे है और आज उसी के चलते गुप्ति सागर से आशिर्वाद लेने अपने परिजनों के साथ पहुंचे है।