श्रीमद् भागवत गीता के श्रवण मात्र से प्राणियों का कल्याण संभव: कविता जैन
सोनीपत, 25 नवंबर। मंदिर श्री ठाकुर द्वारा कल्याण नगर में आयोजित किये जा रहे श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान यज्ञ का बतौर मुख्य अतिथि शुभारंभ करते हुए पूर्व मंत्री कविता जैन ने पुनीत आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज के दौर में इस प्रकार के आयोजन अधिकाधिक किये जाने चाहिए, ताकि मानव जीवन का उद्धार सुनिश्चित हो सके।
मंदिर श्री ठाकुर द्वारा कल्याण नगर में 20 से 27 नवंबर तक श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बीती संध्या मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री कविता जैन ने हिस्सा लिया। कथा व्यास श्री सुभाष शास्त्री जी के मुख से उन्होंने श्रीमद् भागवत गीता का श्रवण भी किया। साथ ही उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान यज्ञ का हिस्सा बनना परम सौभाग्य की बात है। आधुनिकता के इस दौर में भी श्रीमद् भागवत गीता प्रासंगिक है। जब तक सृष्टि है तब तक श्रीमद् भागवत गीता प्रासंगिक रहेगी। इसमें युगों-युगों तक के लिए संदेश निहित है, जिसका अनिवार्य रूप से श्रवण व अनुकरण किया जाना चाहिए।
पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि मानव जीवन की हर दुविधा व हर प्रश्र का समाधान श्रीमद् भागवत गीता में विद्यमान है। यदि हम श्रद्धापूर्वक इसका श्रवण व अध्ययन करते हैं तो निश्चित रूप से हमारा कल्याण होगा। एक पथ प्रदर्शक के रूप में यह महान ग्रंथ उपलब्ध है, जिसके महत्व को गंभीरता से समझने की आवश्यकता है। इस प्रकार के आयोजन नियमित रूप से किये जाने चाहिए। इसके लिए आयोजक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं का आह्वान किया कि वे श्रीमद् भागवत गीता में दिए गए संदेश को आत्मसात कर अपने जीवन को सफल बनायें।
इस मौके पर पूर्व मंत्री कविता जैन ने श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान यज्ञ के आयोजन में सहयोगी संस्था का भी विशेष रूप से आभार प्रकट किया। इनमें विशेष रूप से मंदिर श्री ठाकुरद्वारा कल्याण नगर सेवा समिति शामिल रही। इस अवसर पर सहयोगी जन के रूप में पंडित भगवती प्रसाद, सोनू कालडा, रमेश खन्ना, गोविंद कुमार, द्रोपति थरेजा, वर्षा, कांता, कौशल्या, नीलम, रितु, प्रकाश आहूजा, सरला, पुष्पा, नीरू, सरोज, मास्टर प्रेम नारंग, महेंद्र बत्रा ने पूर्व मंत्री का अभिनंदन किया।