आदर्श स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चिकित्सा मूल्य यात्राएं आवश्यक घटक: राजेश कोटेचा
नई दिल्ली, 20 जनवरी। आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने शुक्रवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी के पहले स्वास्थ्य कार्य समूह के तीसरे दिन कहा कि चिकित्सा मूल्य यात्रा आदर्श स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक आवश्यक घटक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की आर्थिक सुरक्षा पर स्वास्थ्य का काफी प्रभाव पड़ता है, इसलिए आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ पारंपरिक चिकित्सा को एकीकृत कर स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत बनाने की जरूरत है। इस अवसर पर डॉ वीके पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण भी उपस्थित थे।
‘वन वर्ल्ड, वन हेल्थ’ की थीम पर बोलते हुए वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि चिकित्सीय ज्ञान साझा करने और किफायती गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवा की रूपरेखा तैयार करने के लिए सभी का सहयोग बहुत आवश्यक है। एकीकृत स्वास्थ्य देखभाल पर आधारित चिकित्सा मूल्य यात्रा के माध्यम से दुनिया को जोड़ने में मदद मिलेगी।
इस कार्यक्रम में लव अग्रवाल, अपर सचिव (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय), विशाल चौहान संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय) सहित केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, इंडोनेशिया, जापान, मैक्सिको, कोरिया गणराज्य, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित जी20 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। विशेष आमंत्रित देशों में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नाइजीरिया, सिंगापुर, स्पेन, ओमान, नीदरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात आदि शामिल थे। एशियन डेवलपमेंट बैंक, अफ्रीकी संघ- एयू, आसियान, बीएमजीएफ, सीईपीआई, कॉमनवेल्थ, एफएओ, जी20 इनोवेशन हब, जीएवीआई, ग्लोबल एएमआर आर एंड डी हब, ओईसीडी, रॉकफेलर फाउंडेशन, एसटीओपी टीबी- पार्टनरशिप, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, वेलकम ट्रस्ट, डब्ल्यूएचओ, विश्व बैंक, यूनिसेफ, यूएनईपी भी इस सत्र में उपस्थित थे।