पलवल: डायरिया से बचाव के लिए बच्चों को ओआरएस घोल जरूर पिलाएं: डीसी कृष्ण कुमार
पलवल, 2 जुलाई । जिला में बाल मृत्यु दर में कमी लाने व डायरिया को नियंत्रित करने के उद्देश्य से डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा की शुरूआत हो चुकी है, यह पखवाडा आगामी 15 जुलाई तक चलेगा। डीसी कृष्ण कुमार ने शनिवार को बताया किि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 5 साल तक के बच्चों को ओआरएस घोल पिलाने और जिंक टेबलेट खिलाने समेत स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जिलाभर में डायरिया नियंत्रण पखवाड़े को सफल बनाने व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि बाल्यावस्था में 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में डायरिया का होना एक आम बात है जिसके चलते कई बार बच्चे की मृत्यु भी हो जाती है। इस बीमारी का एकमात्र उपचार ओआरएस घोल एवं जिंक की गोली है जिसके माध्यम से बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि पखवाड़े में ऐसे परिवारों को चिह्नित कर विशेष ध्यान देने को कहा गया है, जिनमें 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे पखवाड़े के दौरान दस्त रोग से ग्रसित हों। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सभी पलवलवासी जिला में चलाए जाने वाले उपरोक्त अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर इसे सफल बनाने में सहयोग करें।
सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि 15 जुलाई तक चलने वाले पखवाड़ा के तहत एएनएम, आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को ओआरएस घोल व जिंक की गोलियां वितरित करेंगी। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के बच्चे स्वच्छता के अभाव में इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं इसलिए स्वास्थ्य विभाग खासतौर पर इन परिवारों में दस्त से पीडि़त बच्चों को ओआरएस घोल व जिंक की गोलियां देने के साथ उनके माता-पिता को स्वच्छता, पौष्टिक आहार एवं खाना खाने से पहले हाथ धोने के बारे में जागरूक करेगा।