ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में चैतन्य देवियो का वंदन अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित
सहरसा,29 सितंबर। नवरात्रों की भक्तिमय वेला में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के बनगांव रोड स्थित स्थानीय सेवा केन्द्र शान्ति अनुभूति भवन में चैतन्य देवियों का वन्दन एवं अभिनन्दन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर बिहार ब्रह्माकुमारी संचालिका राजयोगिनी तपस्विनी, वरदानीमूर्त्त, स्नेहमूर्त्त रानी दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि भारत में देवियों की कितनी मान्यता है, किंतु उन देवियों ने किस समय और कौन सा महान कर्तव्य किया, जिनका यादगार आज तक चल रहा है। वर्तमान समय सर्वशक्तिमान निराकार परमपिता परमात्मा शिव ने नारी शक्ति को निमित्त बनाकर उन्हें ज्ञान-योग के दिव्य अस्त्र-शस्त्र देकर पांच विकारों रूपी माया शेर पर विजय प्राप्त कराई और मायाजीत बनकर उन्होंने आसुरी संस्कारों का संहार किया। दुर्गा अर्थात् दुर्गुणों का नाश करने वाली। उन्होंने राजयोग की विद्या की सिद्धि प्राप्त करके शक्तियां धारण कर अनेक आत्माओं को शक्तियां प्रदान की और उनका उद्धार किया जिसका यादगार उनकी अष्ट-भुजाएं दिखाई हैं।
उन्होंने कोशीवासियों का आह्वान करते हुए कहा- वर्तमान समय मां दुर्गा, मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, मां काली आदि अनेक देवियों का चैतन्य में गुप्त रीति कर्तव्य चल रहा है। आप सभी सेवा केंद्र पर आकर इन रहस्यों को जानें।इस अवसर पर स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी स्नेहा बहन ने दीदी का स्वागत कर कहा कि आदरणीय दीदी मां जगदंबा की राइट हैंड हैं और विश्व परिवर्तन के कार्य में अपना रूहानी स्नेह, वात्सल्य एवं शक्तियां प्रदान कर मानव को देव-मानव बनाने में और सभी प्रकार की बुराइयों से मुक्त करने में अपना संपूर्ण योगदान प्रदान कर रही हैं।इस अवसर पर दीदी सहित नौ ब्रह्माकुमारी बहनों का मुकुट,माला पहनाकर, चुनरी उढ़ाकर श्रृंगार किया गया। उनकी आरती की गई और गीत-भजनों द्वारा उनका वंदन, अभिनंदन और महिमामंडन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राधेश्याम अग्रवाल, अजीत डोकानिया, कन्हैया सुरेका, सुबोध मावंडिया, शिव शंकर भाई, जयप्रकाश भाई, डॉ संजय भाई, नवल भाई, विशाल भाई, सुषमा दहलान, सुनीता दहलान आदि उपस्थित थे।