दिल्ली

सिंगल यूज़ प्लास्टिक के विरूद्ध केजरीवाल सरकार की मुहीम तेज

-दिल्ली बनी प्रदूषण के खिलाफ फाइटर सिटी नंबर वन

नई दिल्ली, 01 जुलाई । दिल्ली में आज से सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए त्यागराज स्टेडियम में शुरू किया गया प्लास्टिक विकल्प मेला। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय द्वारा आज इस प्लास्टिक विकल्प मेले का उद्धघाटन किया गया।

यह मेला त्यागराज स्टेडियम में तीन जुलाई तक लग रहा है, जिसमे सिंगल यूज़ प्लास्टिक के विकल्पों पर काम कर रही कम्पनियाँ, स्टार्ट अप्स और उत्पादक अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई हुई है। इस मेले का मुख्य उद्देश्य सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबन्ध को लागू करने के साथ साथ लोगो में एसयूपी के विकल्पों के लिए जागरूकता अभियान शुरू करना है।

प्लास्टिक विकल्प मेले में आए बच्चो और दर्शको को सम्बोधित करते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली को प्रदूषण के खिलाफ में भारत में नंबर वन शहर बनाने के लिए चौबीसो घंटे कार्यरत है। ऐसे में देखा गया है कि प्रदूषण को बढ़ावा देने में सिंगल यूज़ प्लास्टिक भी एक एहम भूमिका निभाता हैं, और आज से जब पुरे भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक से बने 19 वस्तुओ पर बैन लगाया गया है , तो ऐसे में दिल्ली सरकार एसयूपी वस्तुओ पर बैन लगाने के लिए टू लाइन एक्शन प्लान पर कार्य कर रही है – ‘एनफोर्समेंट के साथ समाधान’। दिल्ली सरकार ने आज से इस प्लास्टिक विकल्प मेले की शुरुआत की है ताकि लोगो को एसयूपी वस्तुओ से सम्बंधित प्रतिबन्ध से पहले उनके विकल्पों के बारे में भी जानकारी दी जा सकें।

पर्यावरण मंत्री ने बताया कि आज से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है , पहले चरण में प्रतिबंध के दायरे में 19 वस्तुओं को शामिल किया गया है। दिल्ली सरकार ने इसके लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। एक तरफ जहां सरकार सिंगल यूज़ प्लास्टिक के विकल्प को बढ़ावा देने के लिए तमाम कदम उठा रही है वही दूसर तरफ इसके प्रतिबंध को लागू करने के लिए डीपीसीसी तथा राजस्व विभाग द्वारा एनफोर्समेंट टीम का गठन किया है।

जिसमे डीपीसीसी की 15 और राजस्व विभाग की 33 टीमें एसयूपी वस्तुओ पर प्रतिबन्ध का निरिक्षण करने का कार्य करेंगी। जिसके तहत 10 जुलाई तक एसयूपी प्रतिबन्ध का उल्लंघन करने वालो को चेतावनी नोटिस जारी किए जाएंगे और उसके बाद उनके खिलाफ इन टीमों के द्वारा दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही एसयूपी वस्तुओं पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत एक लाख रुपये तक का जुर्माना या 5 साल तक की जेल की सज़ा भी होगी।

उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक से बने 19 वस्तुओ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्लास्टिक से बनी ईयरबड्स ; बैलून्स , फ्लैग , कैंडी, आइस- क्रीम के लिए प्रयोग में आने वाली प्लास्टिक की स्टिक; थर्मोकोल ; खाने के लिए प्रयोग में आने वाली प्लेट्स, कप्स, गिलास, फोर्क्स, चम्मच , चाकू ,स्ट्रॉस, ट्रेज; मिठाई के डब्बो, इनविटेशन कार्ड्स, सिगरेट पैकेट्स पर चढ़ने वाली पैकेजिंग फिल्म्स; 100 माइक्रोन से कम में बने पीवीसी बैनर्स ;स्टीररस के विकल्प आज इस प्लास्टिक विकल्प मेले में मौजूद है। यह मेला दिल्लीवालों के लिए एक जागरूकता अभियान है जिससे उन्हें बैन किए गए 19 वस्तुओ के विकल्पों के बारे में जानकारी साझा की जाएगी।

-3 जुलाई को आयोजित किया जाएगा राउंड टेबल कांफ्रेंस

पर्यावरण मंत्री ने बताया कि यह तीन दिवसीय मेला सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों को उत्पादन करने वाली कंपनी ,स्टार्ट अप्स और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के लिए एक प्लेटफार्म देने के साथ साथ सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य ईको फ्रेंडली विकल्पों को बढ़ावा देने का कार्य भी करेगा।

सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों के बारे में और जानकारी लोगों के बीच साझा हो सकें इसलिए तीन जुलाई को सभी स्टॉक होल्डर के साथ राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। साथ ही जो भी लोग सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उत्पादन से जुड़े हुए हैं, उनके लिए भी सरकार इस मेले में नई ग्रीन स्टार्टअप पॉलिसी ला रही है ताकि वह सिंगल यूज़ प्लास्टिक के अन्य विकल्पों के व्यवसाय में जुड़ सकें और सरकार इसके लिए उनको सहायता भी प्रदान करेगी।

पर्यावरण मंत्री सलाहकार रीना गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई सफलतापूर्वक लड़ रही है। अगले कदम के रूप में अब हम सिंगल यूज प्लास्टिक (एसयूपी) पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रहे हैं क्योंकि यह दिल्ली में प्रदूषण में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। मैं दिल्ली के लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने में सरकार का समर्थन करने की अपील करती हूं।

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