फैमिली आइडी में गलत इनकम दिखाने से पात्र लोगों के कट रहे है राशन कार्ड
अंधा व्यक्ति फैमिली आईडी में इनकम ठीक कराने के लिए कार्यालय के चक्कर काटते हुए ।
गन्नौर। कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा फैमिली आइडी में बिना जांच पड़ताल के वार्षिक आय प्रमाणित करने से पात्र लोग अधिकारों से वंचित हो रहे है। आय वेरिफिकेशन टीम में कार्यरत कर्मचारियों की लापरवाही से गरीब लोगों की वार्षिक आय गलत प्रमाणित करके कागजों में गरीबों को अमीर दर्शाया गया है। जिस कारण गरीब मजदूर व्यक्ति परेशान होकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटकर अपनी फैमिली आइडी में गलत प्रमाणित वार्षिक आय ठीक करवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं। गन्नौर गांधी नगर वार्ड 16 निवासी बिजेंद्र 65 वर्षीय ने बताया कि वो आखों से अंधा है। उसकी पत्नी दिहाड़ी मजदूरी करती है जिससे उनका गुजारा चलता है। उनका पहले राशन कार्ड बना हुआ था, लेकिन फैमिली आईडी में गलत इनकम दिखाने के कारण उनका राशनकार्ड काट दिया गया है। उसने कहा कि उसके परिवार के पास आय का कोई स्थाई साधन नहीं है। उसे केवल बुढ़ापा पेंशन मिलती है। उसका परिवार अन्त्योदय परिवार है। उसका गुलाबी राशनकार्ड बना हुआ था जो अब परिवार की वार्षिक आय गलत वेरिफाई होने कारण बंद हो गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी बहुत से ऐसे लोग है जिनके वार्षिक आय गलत वेरिफाई होने कारण कार्ड बंद हो गए। वार्ड पार्षद नरेश वर्मा ने बताया कि अब फैमिली आईडी से राशनकार्ड का लिक होने के बाद इस प्रकार के गलत वार्षिक आय वेरीफाई होने के कारण गरीब लोगों के राशन कार्ड बंद हो रहे है। वेरिफिकेशन वाले कर्मचारी की गलती के कारण पात्र गरीब लोग दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिन पात्र लोगों के राशन कार्ड बंद हुए है ।