धान की सीधी बिजाई के दौरान सफल खरफतवार प्रबंधन पर एक द्विवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बापौली , 30 जून : ऊझा गांव के कृषि विज्ञान केन्द्र में धान की सीधी बिजाई में सफल खरफतवार प्रबंधन पर एक द्विवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जिलें भर से 30 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान केन्द्र प्रभारी डा.राजबीर गर्ग ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्वेश्य किसानों को धान की सीधी बिजाई में आने वाली खरफतवारों की समस्या से अवगत कराना और उसका सफलतापूर्वक प्रबंधन के प्रति जागरूक करना है। उन्होने कहा कि सीधी बिजाई में किसानों को सांवक, बरटा, डीला आदि खरफतवारों की समस्या आती है। जिसका प्रबंधन हम अनेकों खरफतवारनाशी से कर सकते है। इसका प्रयोग करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिको क सलाह जरूर लें। डा.सतपाल ने बताया कि जिलें में धान का लगभग 75 हजार हैक्टैयर क्षेत्रफल है। जिसमें धान की बिजाई की जाती है। उन्होने कहा कि जितना संभव हो सकें धान की सीधी बिजाई में पहले सिंचाई देरी से करें। इससे धान के पौधें की जडें काफी विकसित होती है। कृषि अर्थशास्त्री डा. मोहित ने किसानों को धान की सीधी बिजाई को लेकर आथ्रिक विशेलेषण कराया।