एकेटीयू में कैंपस प्लेसमेंट : 512 छात्राओं ने दिया टेस्ट
-50 छात्राएं हुईं इंटरव्यू राउंड के लिए शार्टलिस्टेड
लखनऊ, 25 अगस्त । डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में गुरुवार से दो दिनी कैंपस प्लेसमेंट के पहले दिन एक साथ पांच सौ से ज्यादा बीटेक छात्राओं ने ऑनलाइन कोडिंग टेस्ट दिया। इसमें से 50 छात्राएं इंटरव्यू राउंड के लिए शॉर्टलिस्टेड हुई हैं। इन छात्राओं को अभी तीन स्तर के इंटरव्यू राउंड से गुजरना होगा। अंतिम रूप से चयनित छात्राओं को मल्टीनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी गेन साइट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में एसो. सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर 15 लाख रुपये सालाना के आकर्षक पैकेज पर काम करने का मौका मिलेगा। खास बात ये है कि इंटरव्यू के बाद छात्राओं को शुक्रवार को कंपनी की ओर से ऑफर लेटर भी दे दिया जाएगा। वहीं, इस प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए प्रदेश के लगभग हर जिले से छात्राएं आयीं थीं।
कैंपस प्लेसमेंट के उद्घाटन के मौके पर कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि छात्राओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बस जरूरत है। उन्हें अवसर उपलब्ध कराने की। विश्वविद्यालय छात्राओं को अवसर देने की कोशिश कर रहा है। यह शुरूआत है आगे भी इस तरह के आयोजन छात्राओं को प्रेरित करेंगे। उन्होंने कंपनी के अधिकारियों का आभार जताया। कंपनी की एचआर हेड रश्मि सिंह एवं टेक्निकल हेड आंचल सचदेवा के नेतृत्व में 14 सदस्यीय टीम प्लेसमेंट की पूरी प्रक्रिया करा रही है।
विशेष रूप से बीटेक छात्राओं के लिए आयोजित किये गये इस कैंपस प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए लखनउ सहित प्रदेश भर से इंजीनियरिंग की करीब 1700 छात्राओं ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से 512 छात्राओं ने गुरुवार को विश्वविद्यालय पहुंचकर ऑनलाइन कोडिंग टेस्ट दिया। कोडिंग टेस्ट में पहले चरण के इंटरव्यू के लिए 50 छात्राएं शॉर्टलिस्टेड हुईं। इन छात्राओं को टेक्निकल एवं एचआर इंटरव्यू से गुजरना होगा। शुक्रवार को इनका टेक्निकल एवं एचआर इंटरव्यू कंपनी की एचआर एवं टेक्निकल टीम लेगी। इस चयन प्रक्रिया में सत्र 2023 बैच बीटेक कम्प्यूटर साइंस और इलेक्ट्रिॉनिक इंजीनियरिंग की छात्राएं शामिल हो रहीं हैं। छात्राओं में इस कैंपस प्लेसमेंट को लेकर बेहद उत्साह था। इसमें शामिल होने के लिए लखनउ सहित गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, नोएडा, बरेली, आगरा, बनारस, इलाहाबाद, जौनपुर, गोरखपुर, सहरानपुर, मुरादाबाद के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राएं विश्वविद्यालय आयीं हुईं थीं।