श्रमिक की अर्थिक मदद करने का आश्वासन दे कर पीछे हटे मालिक के खिलाफ सीएम विंडो पर दी शिकायत
गन्नौर। कंपनी में काम करने के दौरान घायल हुए एक श्रमिक की अर्थिक मदद करने का आश्वासन दे कर पीछे हटे मालिक के खिलाफ श्रमिक की माता ने सीएम विंडो पर शिकायत दी है। शिकायत में गांव राजपुर निवासी संतरा देवी ने बताया कि उसका बेटा पुज्यवित्र बड़ी औद्योगिक क्षेत्र स्थित शताब्दी एक्सपोर्ट प्रा. लि. कंपनी में कार्यरत था। पिछले वर्ष कंपनी में काम करने के दौरान उसके बेटे पर एक ड्राम लिफ्ट से नीचे गिर गया था, जिससे उसके बेटे की रीड की हड्डी में काफी चोटें आई हैं। संतरा देवी का कहना है कि यह कंपनी के मालिक के लापरवाही की वजह से हुआ है, क्योंकि उसके बेटे ने कंपनी के मालिक व प्रबंधक को लिफ्ट खराब होने की शिकायत दी थी। इसके बावजूद भी लिफ्ट को ठीक नहीं करवाया गया, जिससे यह हादसा हो गया। कंपनी मालिक ने आश्वासन दिया था कि उसके बेटे का पूरा इलाज कंपनी करवाएगी और उसे कंपनी में पक्का भी कर देगी। जिस वजह से उन्होंने इस बारे में कानूनी कारवाई नहीं की। जिसके बाद उसके बेटे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसका बिना उनकी मर्जी से ऑपरेशन कर दिया गया और ऑपरेशन के बाद उसका बेटे के दोनों पैरों ने काम करना बंद कर दिया। इसके बाद उसे इलाज के लिए रोहतक के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन फिर भी उसका बेटा अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाया। आरोप है कि कंपनी के मालिक ने अस्पताल का खर्च देने से मना कर दिया और जातिसूचक गालियां व जान से मारने की धमकी दी। मेरे भाई का अब ईएसआई भी इलाज नही कर रही है। वह भी बंद करवा दी है। इसके बाद उसने पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में शिकायत दी, लेकिन थाना बड़ी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई और झूठे ब्यानों पर उसके अंगूठे लगवा दिए। संतरा देवी ने बताया कुछ ही दिन पहले कंपनी में भर्ती होने की वजह से उसके बेटे का इलाज ईएसआई पैनल पर भी नहीं हो पाया। महिला ने सीएम विंडो पर शिकायत देकर कंपनी मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उन्हें न्याय दिलवाने की मांग की है।
– कंपनी ने हर कदम पर की है श्रमिक की मदद
कंपनी के प्रबंधक सुनील जिंदल ने बताया कि कंपनी पर लगाए आरोप सही नहीं है। कंपनी की तरफ से श्रमिक पुज्यवित्र की हर संभव मदद की है। उसका निजी अस्पताल में भी इलाज करवाया। उसकी आर्थिक रूप से भी मदद की। कंपनी की तरफ से श्रमिक का ईएसआई कार्ड भी बनवाया गया था। वह ईएसआई से भी अपना आगे इलाज करवा सकता है और कंपनी अब भी उसकी मदद करने से पीछे नहीं हट रही।