पहली बार ‘पिच ब्लैक’ हवाई युद्ध अभ्यास में हिस्सा लेने ऑस्ट्रेलिया पहुंची वायु सेना
– सुखोई-30 एमकेआई विमानों को पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टैंकरों ने मध्य हवा में ईंधन दिया
– बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास में भारत समेत 17 देशों के 2500 सैन्यकर्मी, 100 विमान शामिल होंगे
नई दिल्ली, 19 अगस्त। डार्विन में होने वाले हवाई युद्ध अभ्यास ‘पिच ब्लैक’ में हिस्सा लेने के लिए भारत की टीम ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई है। भारतीय वायुसेना की टुकड़ी में 100 से अधिक वायु योद्धा शामिल हैं, जिन्हें चार सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू और दो सी-17 विमानों के साथ तैनात किया गया है। वे एक जटिल वातावरण में बहु-डोमेन हवाई युद्ध मिशन करेंगे और भाग लेने वाली 16 अन्य देशों की वायु सेनाओं के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करेंगे।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में डार्विन और टिंडल में ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना के ठिकानों पर 08 सितंबर तक होने वाला यह द्विवार्षिक बहुराष्ट्रीय अभ्यास है। 17 देशों की वायु सेनाओं में भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, थाईलैंड, मलेशिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के लगभग 2500 सैन्यकर्मी और 100 विमान शामिल होंगे। दुनिया के सबसे बड़े प्रशिक्षण हवाई क्षेत्र में से एक अभ्यास ‘पिच ब्लैक’ में प्रतिभागी सेनाओं के बीच तालमेल, परीक्षण और सुधार करने का अवसर होगा।
ग्रुप कैप्टन वाईपीएस नेगी के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया गई वायु सेना की टुकड़ी में 45 गरुड़ विशेष बल के जवान भी शामिल हैं। भारत से ऑस्ट्रेलिया जाते वक्त सुखोई-30 एमकेआई विमानों को पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टैंकरों ने मध्य हवा में ईंधन दिया। अभ्यास पूरा होने के बाद डार्विन से लौटते समय ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना के टैंकर केसी-30 ए दोनों एसयू-30 एमकेआई को हवा में ईंधन देंगे। रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फ़ोर्स का यह बहु-राष्ट्रीय अभ्यास लार्ज फोर्स एम्प्लॉयमेंट वारफेयर पर केंद्रित होगा। पिछला संस्करण 2018 में आयोजित किया गया था। अभ्यास का 2020 संस्करण कोरोना महामारी के कारण रद्द कर दिया गया था।
भारतीय दल का लक्ष्य नियंत्रित वातावरण में नकली हवाई युद्ध अभ्यास करना और वायु सेना की परिचालन क्षमता को बढ़ाने की दिशा में सर्वोत्तम प्रथाओं का पारस्परिक आदान-प्रदान करना है। वायु सेना ने पिछले तीन वर्षों में दो बहुपक्षीय हवाई युद्ध अभ्यासों में भाग लिया है। इसमें अप्रैल-मई 2016 में संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित रेड फ्लैग अभ्यास और नवंबर 2017 में इज़राइल में ब्लू फ्लैग एयर कॉम्बैट ड्रिल हैं। ‘पिच ब्लैक’ एयर कॉम्बैट ड्रिल में वायु सेना की भागीदारी कूटनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि क्वाड समूह के सदस्य भारत और ऑस्ट्रेलिया ने दोनों सेनाओं के बीच बातचीत को कारगर बनाने के लिए एक मार्गदर्शन दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हैं।