आरएसएस की साप्ताहिक शाखा में अखंड भारत स्मरण दिवस पर परिचर्चा आयोजित
सहरसा,14 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वावधान में रविवार को महावीर मंदिर में साप्ताहिक शाखा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य शिक्षक ज्ञान प्रकाश दत्त के निर्देशन में 1 घंटे तक चली इस कार्यक्रम में सूर्य नमस्कार मंत्र, एकात्मता मंत्र तथा हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रांत सेवा प्रमुख राजाराम कुमार द्वारा बौद्धिक भाषण दिया गया।
उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 तक भारत एक अखंड देश था। लेकिन अंग्रेजों की कुटिल नीति के कारण एवं देश के तत्कालीन नेताओं के सत्ता लोलुपता के कारण खंडित आजादी मिली। 14 अगस्त की रात्रि में ही पाकिस्तान बना कर भारत माता के अंगों को काट दिया गया।क्या माता का बटवारा संभव है।लेकिन इतिहास गवाह है विश्व में अनेक ऐसी घटनाएं घटी है। जो अकल्पनीय अविश्वसनीय एवं असंभव सा प्रतीत होता है लेकिन इतिहास अपनी पुनरावृति बार बार करती है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद भी ऐसे काम हुए हैं जो असंभव प्रतीत हो रहा था लेकिन यदि दृढ संकल्प शक्ति के जरिए कठिन से कठिन काम भी संभव हुआ है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं महर्षि अरविंद द्वारा निरंतर अखंड भारत की साधना कर सदैव स्मरण किया जाता है।
उन्होंने कहा कि अट्ठारह सौ वर्षों के बाद भी जब यहूदी अपने देश इजराइल का निर्माण कर सकते हैं। पश्चिम जर्मनी पूर्वी जर्मनी का एकीकरण हो सकता है तो फिर भारत-पाकिस्तान के कृत्रिम बंटवारे को निरस्त कर अखंड भारत का निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि भौगोलिक रूप से भले ही देश को बांट दिया गया हो लेकिन सांस्कृतिक रूप से आज भी हम अखंड भारत की परिकल्पना को अंगीकार कर रहे हैं।हमारी सांस्कृतिक एकता समृद्धि के बल पर भारत माता अपने परम वैभव को प्राप्त करते हुए अखंड स्वरूप में परिलक्षित होगी।