सिद्ध पीठ लक्ष्मीनारायण बालाजी मंदिर में कृष्ण रासलीला : तीसरे दिन कंस वध का हुआ मंचन
सोनीपत, 24 अगस्त। महावीर कालोनी स्थित सिद्ध पीठ लक्ष्मीनारायण बालाजी मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी एवं छटी महोत्सव के उपलक्ष में चल रही रासलीला के तीसरे दिन कंस वध के प्रकरण का मंचन किया गया । कंस वध के मंचन के साथ ही कार्यक्रम में भक्तजनों के जय श्री कृष्ण की जयकार से पंडाल गूंज उठा।
इस अवसर पर निगम पार्षद हरि प्रकाश सैनी मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में पहुचे। जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अधिवक्ता संदीप भारद्वाज, राम लीला सभा के प्रधान महेंद्र मंगला, प्रमुख समाजसेवी अमरजीत दलाल, सरदार बलविंदर सिंह, विजय तुली ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। रासलीला मंचन में आज दिखाया गया कि नारद भगवान श्रीकृष्ण से जाकर कहते हैं कि अब आपको ब्रज में जन्म लिए 11 वर्ष बीत चुके हैं। पृथ्वी का भार कम करने के लिए अब आप मथुरा जाकर कंस का वध कीजिए। तब श्री कृष्ण कहते हैं कि हे नारद हमें किसी तरह कंस मथुरा बुला ले तो हम उसे अवश्य मार देंगे। तब नारद मथुरा जाकर कंस को उकसाते हैं। कंस अक्रूर को ब्रज भेजकर कृष्ण और बलराम को बुला लेता है।
सबसे पहले श्री कृष्ण कंस के भेजे हुए रजक का वध करते हैं। पुन: मथुरा निवासियों पर कृपा करते हुए कुब्लिया पीड नाम के हाथी का वध करते हैं। मृत्युंजय नामक कंस के धनुष को तोड़कर शल, तोशक, चन्ड़ूर, मिस्टिक का वध करने के बाद ऊंचे मंच से कंस के बाल पकड़कर नीचे फेंक कर उसका वध करते हैं। इस पर समूचा पंडाल कृष्ण कन्हैया की जयजयकार से गूंज जाता है। इसके बाद विदर्भ देश के राजा दशरथ की पुत्री रुक्मणी का हरण कर श्री कृष्ण विवाह करते हैं। लीला मंच के अंत में श्री कृष्ण सुदामा मिलन की भावपूर्ण लीला का मंचन किया जाता है। दीन हीन गरीब सुदामा श्री कृष्ण का मिलन देख उपस्थित दर्शकों की भी आंखें भर आई। मंदिर प्रबंधन कमेटी के प्रधान सुरेश भारद्वाज ने बताया कि लीला मंचन के लिए वृंदावन धाम से विश्वविख्यात रासाचार्य स्वामी शिवदयाल गिरिराज ज्योति टीम को आमंत्रित किया है। कार्यक्रम के पश्चात हजारों लोगों ने प्रसाद रूपी भंडारा ग्रहण किया।इस अवसर पर अशोक अरोड़ा , राज करण शर्मा, संजीव बत्रा, विकास खत्री, मेहरचंद मलिक, मुकेश भोला, संदीप भारद्वाज , ब्रिज मोहन कुच्छल , अमित कुच्छल ,महेंद्र वर्मा , विजय गौतम , अशोक ठेकेदार , सतबीर निर्माण ,प्रदीप भारद्वाज , पी के बाली , किशन सोनी , राजेश भारद्वाज, संदीप भारद्वाज, चरणजीत सहगल, सुरेंद्र कुमार, आनंद लाकड़ा, भोजराज पहलवान, ओम प्रकाश पुजारी, जतिन भारद्वाज, लवली खतरेजा, रिंकू खतरेजा, जतिन पाहुजा, अजीत भारद्वाज, हरगोविंद गंभीर, प्रकाश तनेजा, वीना भारद्वाज, वेदरानी अरोड़ा, पूनम शर्मा, पुष्पा झाम्ब, दया बहन जी, परमेश्वरी देवी, बनारसी देवी, आदि उपस्थित थे।