सीबीआई अफसर की आत्महत्या पर चुप है सीबीआई : सौरभ भारद्वाज
नई दिल्ली, 05 सितंबर। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में सोमवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर ने आत्महत्या कर ली। डिप्टी लीगल एडवाइजर का पद सीबीआई के अंदर काफी बड़ा और अहम पद होता है। अगर इसकी दिल्ली सरकार से उसकी तुलना करें तो डायरेक्टर ऑफ प्रोसिक्यूशन के स्तर की यह पोस्ट होती है।
उन्होंने कहा कि ये किसी विभाग के कोई साधारण लीगल एडवाइजर नहीं होते हैं। बल्कि ये प्रोसिक्यूशन के बारे में सीबीआई को सलाह देते हैं कि कैसे किसी पर मुकदमा चलेगा। इतने सीनियर लीगल अधिकारी ने आत्महत्या की है और इसके बारे में सीबीआई बिल्कुल चुप है। तीन दिन हो गए उनके अधिकारी नहीं आए। किन कारणों में उन्होंने आत्महत्या की है ? क्या वजह हो सकती है? कौन से मामले वो हैंडल कर रहे थे? इस बारे में सीबीआई ने कोई भी बात नहीं की है।
भारद्वाज ने कहा कि जबकि वह बहुत ही ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ व सीनियर रैंक के अफसर थे। ऐसे अफसर ने आत्महत्या कर ली। इस बारे में सीबीआई की तरफ से कोई बयान नहीं आया कि हमारे इतने अच्छे अधिकारी ने इन कारणों से आत्महत्या कर ली। इन-इन केस में इनकी बहुत बड़ी भूमिका थी।
उन्होंने कहा कि जैसा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि केंद्र सरकार के दबाव में जो झूठा आरोप सीबीआई ने लगाया, वह अधिकारी उसपर काम कर रहे थे। उनकी इच्छा के विरूद्ध उनपर दबाव बनाया गया कि किसी न किसी तरीके से सिसोदिया पर मजबूत केस बनाया जाए, ताकि सिसोदिया को जेल में डाला जा सके। पूरी दुनिया में बदनाम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि कोई भी अच्छा अधिकारी इस तरह की चीजों के लिए तैयार नहीं होता। ऐसे में लोगों पर बहुत दबाव होता है। जैसा कि सिसोदिया ने बताया कि इस दबाव में उन्होंने आत्महत्या कर ली। हमें इस चीज का बहुत दुख है कि सीबीआई और इस देश ने केंद्र सरकार की छोटी राजनीति के चलते अपना ईमानदार अधिकारी खो दिया।