असम के पांच उग्रवादी समूहों के साथ 15 सितम्बर को केंद्र सरकार का शांति समझौता
गुवाहाटी, 13 सितम्बर। असम के आदिवासी विद्रोही समूहों के साथ ऐतिहासिक शांति समझौते पर 15 सितम्बर को नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए जाएंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की उपस्थिति में नई दिल्ली में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
समझौते पर असम के पांच उग्रवादी संगठनों बिरसा कमांडो फोर्स, आदिवासी कोबरा मिलिटेंस ऑफ असम, संथाल टाइगर फोर्स, आदिवासी पीपुल्स आर्मी और ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी के हस्ताक्षर किए जाएंगे। कई पार्टियों के नेताओं ने कहा कि यह कदम असम के आदिवासियों के अधिकारों के लिए सराहनीय है।
ज्ञात हो कि बीती रात विद्रोही संगठनों के नेतृत्व के साथ मुख्यमंत्री की विस्तृत चर्चा हो चुकी है। 15 सितम्बर को होने वाले आदिवासी शांति समझौते के लिए संगठनों का नेतृत्व पहले ही नई दिल्ली रवाना हो चुका है।
बीती रात जनता भवन (असम सचिवालय) स्थित मुख्यमंत्री सम्मेलन कक्ष में आयोजित बैठक में राज्य के श्रम मंत्री एवं चाय जनगोष्ठी के विधायक संजय किसान भी मौजूद थे। तीनों पक्ष एक दिन बाद होने वाले समझौते को लेकर काफी आशान्वित हैं।