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समाज पर संस्कृति, संस्कारों, सीमाओं की रक्षा का दायित्व : चम्पत राय

सुलतानपुर, 12 अगस्त। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या के सचिव व विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय ने कहा कि समाज में संस्कारों, संस्कृति, सीमाओं की रक्षा हो। घरों में संस्कृति और संस्कारों की सुरक्षा होनी चाहिए, संस्कारों से परिवार की रक्षा हो। दुनिया में गुलाम बनाने के ढेर साधन है। अपने देश और समाज को आर्थिक गुलामी से बचाये रखें। उन्होंने ध्वज को रक्षा सूत्र बांधकर भगवत ध्वज की रक्षा का संकल्प लिया।

नगर स्थित एक मैरेज लॉन में शुक्रवार शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नगर की ओर से रक्षाबंधन उत्सव आयोजित किया गया। जिसके मुख्य वक्ता श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या व विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस की झंडा यात्रा पहली बार देखा। देश आजादी 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। यही भाव संघ रोज अपनी शाखाओं पर सिखाता है। राष्ट्र की स्वयं से सेवा करने वालों का संघटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है। हर एक त्योहार से प्रेरणा मिलती है। साल के प्रथम मास में मकर संक्रांति आता है। चैत्र मास में वर्ष प्रतिपदा, ज्येष्ठ में शिवजी का हिंदु सामराज्योत्सव, गुरु पूणिमा और श्रावणी रक्षाबंधन और अंतिम विजयोत्सव विजयादशमी है।

उन्होंने कहा कि एक दूसरे की रक्षा का संकल्प रक्षाबंधन है। भगवा ध्वज संस्कृति और संस्कारों का प्रतीक है। हमने अपने भाई बहन की सुरक्षा का संकल्प लिया। कहा सीमाओं की रक्षा जरूरी है। इसलिए बहने सैनिकों को राखी बांधने जाती हैं कि आप हमारे देश की सुरक्षा करें। आर्थिक शिकंजे से बचाने के लिए संघ कर रहा है। हम केवल नागरिक नहीं हैं भरत माता के पुत्र हैं। इसलिए माता से पुत्र के रूप में व्यवहार करें। समाज की संस्कारों, संस्कृति, सीमाओं की रक्षा हो। उन्होंने श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर निर्माण की चर्चा करते हुए कहा कि अगले दिसम्बर तक रामलला के दर्शन कर सकेंगे ।

अध्यक्षता प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य उषा वर्मा ने किया। कहा कि यह पर्व केवल भाई बहन का ही नहीं है, बल्कि समरसता के लिए समाज में सभी को एक दूसरे की सुरक्षा के लिए रक्षा सूत्र बांधना चाहिए। अतिथियों का परिचय नगर कार्यवाह अजय सिंह ने कराया। अमृत वचन, गीत के बाद मुख्य वक्ता श्री राय ने कहा कि प्राचीन समय से भारत वर्ष के अंदर संघ और भगवतध्वज प्रचलित है। संघ के संस्थापक डॉ हेडगेवार ने देश की नब्ज पकड़ने का काम किया। प्रेरकतत्व की बात आई तो उन्होंने परमपवित्र भगवतध्वज का चयन किया गया। यह हमें त्याग की प्रेरणा देता है। इस ध्वज से हम त्याग सीखते हैं। 70 हजार से अधिक स्थानों पर शाखा लगती है, लाखों लाख जुड़े हैं। लोग हमारी वाणी और व्यवहार जाने।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक डॉ रमाशंकर मिश्र, नगर संघचालक अमरपाल सिंह, विभाग प्रचारक अजित, विहिप नेता शुभनारायन सिंह, डॉ ए के सिंह, डॉ पवनेश मिश्र, अजय गुप्ता, माता प्रसाद शुक्ल, डॉ माता प्रसाद पाठक, भोलानाथ अग्रवाल, अभिषेक शुक्ल, बबिता जायसवाल, प्रवीण अग्रवाल, अजय जायसवाल, शेषमणि त्रिपाठी, डॉ विनोद कुमार सिंह, बबिता तिवारी, डॉ सीताशरण त्रिपाठी, विजय सिंह रघुवंशी, अभिषेक शुक्ल, भूपेंद्र सिंह,सरदार बलदेव सिंह आदि मौजूद रहे।

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