बाल कल्याण समिति सभी मामलों का समयबद्घता के साथ करें निपटारा-नगराधीश डॉ० अनमोल
– बाल देखभाल केंद्रों की नियमित रूप से की जाए जांच
-बाल कल्याण समिति की समीक्षात्मक बैठक में नगराधीश ने दिए जरूरी दिशा-निर्देश
सोनीपत, 22 जून। नगराधीश डॉ० अनमोल ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को निर्देश दिए कि वे बाल कल्याण समिति के सामने आने वाले सभी मामलों का समयबद्घता के साथ निपटरा करें क्येांकि सीडब्ल्यूसी का कार्य बेहद पुनीत व महत्वपूर्ण है, जिसमें लापरवाही के लिए कोई स्थान नहीं है। नगराधीश डॉ० अनमोल ने बुधवार को लघु सचिवालय में आयोजित बाल कल्याण समिति की समीक्षात्मक बैठक में सबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।
नगराधीश ने कहा कि वे नियमित रूप से बाल देखभाल केंद्रों की जांच करें। विशेष रूप से शहर से बाहर स्थापित केंद्रों की गंभीरता से जांच कर नियमों की अनुपालना व आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करवायें। बाल देखभाल केंद्रों में बच्चों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करवायें, जिसके लिए उनकी दिनचर्या तैयार करवायें। जिसमें शिक्षा के साथ खेल-कूद व अन्य जरूरी गतिविधियों को आवश्यक रूप से शामिल किया जाए। बैठक में उन्होंने गंभीरता से बाल कल्याण समिति की समीक्षा करते हुए उनकी कार्यप्रणाली व उपलब्धियों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि सीडब्ल्यूसी के पास कोई भी मामला लंबित नहीं रहना चाहिए। सभी मामलों का निपटारा समयबद्घता व नियमानुसार करवायें।
बैठक में जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ० रितु ने बताया कि जिला में निराश्रित, बेसहारा, भिक्षावृत्ति, बाल श्रम जैसी परिस्थितियों में रह रहे बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाने अब तक सलम एरिया में दो मैगा कैंपों का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें 88 बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करते हुए उनकी स्वास्थ्य जांच करवाई गई है। इसके अलावा इन मैंगा कैंपों में बच्चों के आधार कार्ड बनाए है और बच्चों को आंगनवाड़ी व शिक्षा से जोड़ा गया।
बैठक में पीओ आईसीडीएस प्रवीन कुमारी, जिला बाल कल्याण समिति की सदस्य सुनीता, पूनम व बबीता मौजूद रही।