गुजरात में बलात्कार के दोषियों को जल्द रिहा करने पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
नई दिल्ली, 16 अगस्त। कांग्रेस ने मंगलवार को गुजरात में बलात्कार और हत्या के मामले के 11 दोषियों को छोड़े जाने पर भारतीय जनता पार्टी सरकार की आलोचना की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि भाजपा सरकार महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर नहीं है। खेड़ा ने इस मामले को प्रधानमंत्री मोदी के लाल किले से दिए गए भाषण से भी जोड़ा।
पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री एक तरफ लाल किले की प्राचीर से कुछ कहते हैं। वहीं गुजरात सरकार बलात्कार के अभियुक्तों को रिहा कर देती है। उन्होंने कहा कि बलात्कार के अभियुक्तों को रिहा किए जाने पर उनकी आरती उतारी गई और तिलक लगाया गया। क्या यही अमृत महोत्सव है।
पवन खेड़ा ने कहा कि 14 साल जेल काटने के बाद अच्छे व्यवहार और अपराध की प्रकृति को देखते हुए रिहाई की गई है। इसका अर्थ यह है कि वह नहीं मानते की बलात्कार एक गंभीर अपराध है जिसमें कठोरतम सजा दी जाती है। खेड़ा ने प्रधानमंत्री को ‘राजधर्म’ की याद दिलाई जिस शब्द का उपयोग पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने किया था।
उल्लेखनीय है कि गुजरात में 2002 के दंगों के दौरान बिलकिस बानो के परिवार के 07 सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। वहीं बिलकिस के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इस मामले में 11 लोग आरोपित थे। उस समय 21 साल की बिलक़िस बानो 5 माह की गर्भवती थीं।
कांग्रेस नेता सुप्रीय श्रीनेत ने एक ट्वीट में कहा कि आजादी के 75 साल मनाते हुए इस देश में कल गुजरात सरकार ने बलात्कारियों को रिहा कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कल ही लाल किले की प्राचीर से नारी सम्मान की बात कही थी।