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बाजार में कमजोरी के बावजूद बुलंदी पर रिलायंस के शेयर, 52 सप्ताह के टॉप पर पहुंची कीमत

– 5 दिन में रिलायंस के शेयर में 7 प्रतिशत की तेजी

– रिलायंस का मार्केट कैप बढ़कर 18.7 लाख करोड़ के पार

नई दिल्ली

घरेलू शेयर बाजार में पिछले 2 हफ्ते के दौरान जारी उठापटक के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने जोरदार तेजी हासिल की है। पिछले 5 कारोबारी दिनों में शेयर बाजार में अभी तक जहां 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ चुकी है, वहीं इन 5 कारोबारी दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 7 प्रतिशत से अधिक मजबूत हो चुके हैं। शेयर मूल्य में आई इस तेजी के कारण आरआईएल के शेयर पिछले 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। आज के कारोबार में भी रिलायंस के शेयर में तेजी का रुख बना हुआ है और इसने करीब 2 प्रतिशत की तेजी दिखाते हुए 2,775 रुपये प्रति शेयर के स्तर तक पहुंचने में सफलता हासिल की है। शेयर मूल्य में आई इस तेजी के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप भी 18.7 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है।

जानकारों का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले कुछ दिनों में अपने खुदरा कारोबार को तेजी से बढ़ाने के लिए आक्रामक रुख अपनाया है। पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बिग बाजार स्टोर का अधिग्रहण किया। इसके बाद अब इस बात की भी खबर है कि इस ग्रुप की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) की सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड ने अबू जानी संदीप खोसला (एजेएसके) की भी 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के सौदे को अंतिम रूप दे दिया है। दोनों कंपनियों की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में सौदे की बात की पुष्टि करते हुए बताया गया है कि रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड (आरबीएल) और एजेएसके ने हिस्सेदारी खरीद के समझौते पर हस्ताक्षर कर दिया है। हालांकि इस संयुक्त बयान में एजेएसके की हिस्सेदारी की मात्रा और खरीदारी के लिए दी जाने वाली रकम का खुलासा नहीं किया गया है।

धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक रिलायंस ग्रुप ने पिछले कुछ समय में अपना रिटेल बिजनेस बढ़ाने के लिए कई छोटी कंपनियों का अधिग्रहण किया है। रिलायंस समूह की योजना पूरे देश के खुदरा व्यापार में खुद को मार्केट लीडर के तौर पर स्थापित करने की है। खुदरा कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के आक्रामक तरीके से विस्तार करने के कारण भी रिलायंस के शेयरों को बाजार का काफी सपोर्ट मिला है, जिसके कारण पिछले कारोबारी सत्रों में इसकी कीमत में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि कंपनी द्वारा आक्रामक तरीके से रिटेल सेक्टर में शुरू की गई विस्तार नीति के कारण शेयर बाजार में इसके शेयरों को लेकर रुझान बढ़ा है। इसलिए आने वाले दिनों में रिलायंस के शेयरों में और भी तेजी दर्ज की जा सकती है। मार्केट एनालिस्ट अरुण बवेजा के मुताबिक अगर बाजार में कोई अनहोनी नहीं हुई और वैश्विक वजहों से घरेलू शेयर बाजार में नकारात्मक माहौल नहीं बना, तो आने वाले दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में प्रति शेयर 400 रुपये तक की तेजी दर्ज की जा सकती है। ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के लिए शॉर्ट टर्म टार्गेट 2,880 रुपये प्रति शेयर का अनुमान लगाया है। वहीं लॉन्ग टर्म टारगेट के लिए 3200 रुपये प्रति शेयर के स्तर का अनुमान लगाया है।

हालांकि बाजार के विश्लेषकों का कहना है कि खुदरा निवेशकों को रिलायंस के शेयर में आई इस तेजी के कारण आंख बंद करके निवेश करने से बचना चाहिए। क्योंकि शेयर बाजार के कारोबार की लिहाज से वैश्विक माहौल लगातार नेगेटिव रुख दिखा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण पूरी दुनिया में तनाव का माहौल है। साथ ही दुनिया के अधिकांश देश जबरदस्त महंगाई की चंगुल में फंसे हुए हैं। कच्चे तेल और नेचुरल गैस की कीमत भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में सर्वोच्च स्तर पर हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक मोर्चे पर होने वाली किसी भी उठापटक का असर घरेलू शेयर बाजार पर भी नकारात्मक रूप से पड़ सकता है।

बाजार के जानकारों का कहना है कि घरेलू शेयर बाजार में नकारात्मक माहौल बनने की स्थिति में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों को भी गिरावट का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए शॉर्ट टर्म के लिए खुदरा निवेश करने वाले छोटे निवेशकों को फिलहाल आनन-फानन में निवेश करने से बचना चाहिए। लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने के इच्छुक निवेशक पूरी तरह से बाजार की परिस्थितियों का अध्ययन करने के बाद रिलायंस के शेयर में निवेश करने की बात सोच सकते हैं। हालांकि इन निवेशकों को भी तात्कालिक उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।

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