राष्ट्रीय

सेना में भर्ती होकर देश सेवा के लिए बच्चों में दिखा गजब का उत्साह

-18541 छात्रों में से 180 बच्चे शामिल

नई दिल्ली, 27 अगस्त। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को झड़ौदा कलां में शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल उद्घाटन किया। केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने क्लास रूम में पहुंचकर पहले बैच के छात्रों से बातचीत की।

केजरीवाल और सिसोदिया ने छात्रों से पूछा कि उन्हें सेना में जाने की प्रेरणा कहां से मिली। बच्चों ने बताया कि उनके परिवार में कोई सेना में नहीं है। ऐसे में वो सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहते हैं और अपने देश का नाम रौशन करना चाहते हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने भी सेना में भर्ती होकर परिवार और देश का नाम रौशन करने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस शारीरिक व्यायाम के लिए बनाई गई सुविधाओं का भी निरीक्षण किया।

18541 छात्रों में से 180 बच्चों को शामिल किया गया

आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल में वैसे तो 9वीं और 11वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए करीब 18541 बच्चों ने आवेदन किया था। जिसमें 9वीं के लिए 7265 और 11वीं के लिए 11275 छात्रों ने आवेदन किया। इन में से 9वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए आवेदन करने वाले 400 छात्रों को और 11वीं में एडमिशन लेने के लिए आवेदन करने वाले 405 छात्रों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। वहीं 9वीं और 11वीं के लिए 100-100 छात्रों को मेडिकल के लिए बुलाया गया। वर्तमान में 9वीं में 89 और 11वीं 91 छात्रों काे दाखिला दिया गया है।

आधुनिक सुविधाओं से लैस 14 एकड़ में फैला है यह स्कूल

20 दिसंबर 2021 को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में संपन्न दिल्ली कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि दिल्ली में एक ऐसा विशेष स्कूल बनाया जाए, जहां पर बच्चों को फौज में भर्ती होने की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वो एनडीए, नेवी, एयरफोर्स जैसी सेना की सेवाओं में भर्ती हो सकें।

इसके लिए स्कूल में उनको तैयार किया जाएगा और स्कूल का नाम शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपेरटरी स्कूल होगा। यह स्कूल 14 एकड़ में फैला है। सभी सुविधाओं से लैस मॉडर्न स्कूल बनाया जा रहा है। यह स्कूल दिल्ली सरकार के स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का हिस्सा और दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन से मान्यता प्राप्त है।

आवासीय सुविधा के साथ स्कूल में मुफ्त ट्रेनिंग मिलेगी

यह स्कूल पूरी तरह से निःशुल्क होगा। स्कूल में छात्रों के लिए आवासीय सुविधा भी मिलेगी। स्कूल में जितने भी बच्चे दाखिला लेंगे, वे वहीं पर हॉस्टल में रहेंगे। लड़कों और लड़कियों का अलग-अलग हॉस्टल होगा। स्कूल में बच्चों अंदर फौज में ऑफिसर की जो क्वालिटी होती है, उस स्तर की क्वालिटी विकसित की जाएगी। स्कूल में एनडीए समेत दूसरी आर्म्ड सर्विसेस के लिए बच्चों को तैयार किया जाएगा।

ट्रेनिंग देने के लिए विशेषज्ञ फैकल्टी खासकर सेवानिवृत्त आर्मी या एयरफोर्स ऑफिसर को रखा जाएगा। दिल्ली में रहने वाला कोई भी बच्चा 9वीं और 11वीं कक्षा में दाखिला ले सकता है। 9वीं और 11वीं कक्षा में 100-100 सीटें होंगी। जिसमें 60 लड़के होंगे और 40 लड़कियां होंगी। इस साल से इसकी कक्षाएं शुरू हो रही हैं।

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