डॉ भीमराव अंबेडकर के आदर्श व कार्य सदैव करेंगे मार्गदर्शन : सुरेंद्र पंवार
सोनीपत। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के आदर्श व उनके द्वारा समाज सुधार के किए गए कार्य समाज कल्याण के लिए हमेशा मार्गदर्शन करते रहेंगे। विधायक सुरेंद्र पंवार ने डॉ भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में जिला कांग्रेस भवन, सोनीपत, डॉ भीमराव अंबेडकर चौक, बस स्टैंड व दि हरियाणा अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक परिषद के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत कर बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित कर कोटि-कोटि नमन किया।
विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के केन्द्रीय प्रांत के महू जिले में हुआ था। इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल जी था और माता जी का नाम भीमाबाई जी था। इनका निधन 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में हुआ था। भारतीय समाज में अपने दिये महान योगदान के लिये वो लोगों के बीच बाबासाहेब नाम से जाने जाते है। इन्होंने जीवनभर विधिवेत्ता, दर्शनशास्त्री, समाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ, इतिहासकार, मनोविज्ञानी और अर्थशास्त्री के रुप में देश सेवा की। वो स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे और उन्होंने भारतीय संविधान का ड्रॉफ्ट तैयार किया था। भीमराव अम्बेडकर ने हमारे देश का संविधान भी लिखा था जिसके लिए उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था े आंबेडकर जी विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल आॅफ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त कीं तथा विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में शोध कार्य भी किये थे।व्यावसायिक जीवन के आरंभिक भाग में ये अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत भी की तथा बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में अधिक बीता। इसके बाद आंबेडकर जी भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और चचार्ओं में शामिल हो गए और पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत की और भारत के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारत में सामाजिक भेदभाव और जातिवाद को जड़ से हटाने के अभियान के लिये उन्होंने अपने पूरे जीवनभर तक संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के तीन उपास्य थे — ज्ञान, स्वाभिमान और शील। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को बाबा साहेब के दिखाए मार्ग पर चलने का अटूट संकल्प लेना चाहिए। जिस तरह बाबा साहेब के तीन उपास्य थे, उसी तरह हमे भी अपने जीवन में तीन उपास्य धारण करते हुए उनके दिखाए पदचिन्हों पर चलकर समाज के कल्याण में योगदान देना चाहिए। इस दौरान सुरेंद्र शर्मा, प्रेम नारायण गुप्ता, रणबीर सिंह, हवा सिंह बोहत, कमला मलिक, पार्षद नीतू दहिया, पार्षद सुरेंद्र नैय्यर, पार्षद मंजीत गहलावत, प्रवीन सैनी, संतोष कादियान, नीलम बाल्याण, सीमा शर्मा, मीना धनखड़, कृष्णा, राजकुमार कटारिया, सतपाल चौहान, कमल हसीजा, सुमित खंडेलवाल, महावीर, हरिप्रकाश मंडल, प्रेम रेलन, नरेश अरोड़ा, संतलाल रोहिल्ला, सियाराम आंतिल, जोगिंद्र सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।