हिमांचल और उत्तराखंड में बारिश के साथ हिमपात की संभावना
कानपुर, 05 नवम्बर। गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात शुरू हो गया है। रविवार से बारिश और हिमपात की तीव्रता बढ़ सकती है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक या दो जगहों पर छिटपुट बारिश और हिमपात हो सकता है।
यह बातें शनिवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने कही। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु और केरल में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत में दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश संभव है जो अगले दो से तीन दिनों तक जारी रह सकती है। इसके साथ ही केरल और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा ऊपर बने हुए चक्रवाती परिसंचरण से तमिलनाडु होते हुए दक्षिण अंडमान सागर तक फैली हुई है। दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान पर बना हुआ है। उससे प्रेरित एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। वहीं दिल्ली, कानपुर,लखनऊ और एनसीआर में बेहद खराब वायु गुणवत्ता से किसी राहत की उम्मीद नहीं है।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 30.4 और न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 98 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 60 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 1.2 किमी प्रति घंटा रहीं। इन हवाओं के चलने से और वातावरण में पर्याप्त नमी से कानपुर परिक्षेत्र के आसमान में स्मॉग और धुंध बनी रहेगी। हवाओं की दिशाएं बदलने से इनमें कमी आएगी। भारतीय मौसम विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से माध्यम बादल छाए रहने के आसार हैं किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है।