चौपाल संस्था द्वारा गांव बैंय्यापुर (सोनीपत) में नि:शुल्क स्वास्थ्य मेले व विशाल भंडारे का आयोजन
सोनीपत , रविवार को चौपाल संस्था द्वारा चौपाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गांव बैंय्यापुर में नि:शुल्क स्वास्थ्य मेले व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया ।
इस स्वास्थ्य कैंप व भंडारे का आयोजन का चौपाल संस्था चेयर- पर्सन व प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ० राजेंद्र सिंह टोंक के द्वारा उनकी “माताजी स्वर्गीय श्रीमती विजय लक्ष्मी जी” की याद में किया गया।
इस कैंप में प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ० राजेंद्र सिंह टोंक व उनकी टीम के 22 डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं प्रदान की जिसमें आँखों के डॉक्टर, नाक-कान- गले के डॉक्टर, बच्चों के डॉक्टर, हड्डी रोग विशेषज्ञ, सामान्य व ह्रदय रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ, चर्म रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं खून की जांच व ई.सी.जी. इत्यादि के डॉक्टर थे।
डॉक्टर टोंक ने लोगों को संबोधित करते हुए समाज में फैल रही त्रुटियों के बारे लोगों को अवगत कराया जिसमें उन्होंने कन्या भ्रूण- हत्या, महिला सुरक्षा व सम्मान, सड़क सुरक्षा एवं युवा वर्ग का नशे के प्रति झुकाव, दूषित पर्यावरण, प्रमुख समाज में फैले जहर रूपी जातिवाद को खत्म करने तथा भाईचारे को बनाए रखने के लिए पुर-जोर किया तथा साधु संतों में भ्रमित ना हो कर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने हेतु लोगों को जागृत किया।
इसके साथ ही खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाली मिलावटों और फसलों में अधिक मात्रा में कीटनाशक दवाइयों के छिड़काव को न करने का संदेश दिया जो कि मानव जाति के स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है,खासकर बच्चों को भी प्लास्टिक की बोतलों में गरम पेय पदार्थ प्रयोग न करने पर सशक्त किया।
कैंप में मुख्यतः सभी आयु वर्ग के मरीजों की मुख्य समस्या आँख संबंधी, कान संबंधी, सांस संबंधी, त्वचा रोग संबंधी, व जोड़ संबंधी पाई गई, अधिकांश महिलाओं व बच्चों में खून की कमी को देखते हुए डॉ० टोन्क ने स्वस्थ खानपान पर जोर दिया।
चौपाल संस्था पिछले 15 वर्षों से समाज की उन्नति के लिए लगातार प्रयास-रत है जिसका मुख्य उद्देश्य “स्वस्थ गाँव, उन्नत देश” है।
कैंप के दौरान आसपास के लिए 10 से 12 गांव से आए हुए तकरीबन 1300 मरीजों की जांच की गई जिनमें से 420 को चश्मे, व. 58 को कानों की मशीनें व ई.सी.जी., दवाइयाँ आदि सभी सेवाएं नि:शुल्क दी गई।
इस मौके पर चौपाल संस्था की ओर से अशोक सरोहा, धर्मवीर आंतिल, जयप्रकाश दलाल, मुकेश सरोहा, देवेन्द्र सांगवान, करनैल राणा, सराजूदीन, राकेश वालिया तथा चौपाल के सभी सहयोगी उपस्थित रहे।