गायत्री परिवार के कार्य विश्व के लिए प्रेरणास्रोतः बोरेनेश पेट्रिशिया
हरिद्वार,12 अगस्त। शांतिकुंज स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय (देसंविवि) में हुई व्याख्यानमाला में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रमंडल देशों की महासचिव बोरनेश पेट्रिशिया ने युवाओं का मार्गदर्शन किया।
शांतिकुंज स्वर्ण जयंती व्याख्यानमाला के अवसर पर इंग्लैंड की प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ बोरेनेश पेट्रिशिया ने कहा कि आप सभी अभी युवा है और देसंविवि ने ज्ञान बढ़ाने का जो आपको अवसर दिया है, इसे गंवायें नहीं। क्योंकि कैरियर को संवारने का यही सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा कि विश्व को ज्ञान, आध्यात्मिकता और आशा के सू़त्रों को मानवता एवं एकता के धागे में पिरोकर ही कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि विश्व को मानवता को बचाये रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण और भुखमरी के लिए मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। अखिल विश्व गायत्री परिवार के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण एवं मानवता के लिए जो कार्य हो रहे हैं, वह पूरे राष्ट्र मण्डल देशों के साथ सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
इससे पूर्व देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने विश्वविद्यालय की रचनात्मक गतिविधियों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा स्थापित गायत्री तीर्थ शांतिकुंज की परिकल्पनाओं एवं योजनाओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। कुलपति शरद पारधी ने सभी का आभार प्रकट किया।
इसके पश्चात कुलपति एवं प्रतिकुलपति ने मुख्य अतिथि ब्रिट्रिश राजनयिक सुश्री पेट्रिशिया को गायत्री मंत्र लिखित चादर, गंगाजली, युगसाहित्य, स्मृति चिह्न आदि भेंटकर सम्मानित किया।
इससे पूर्व सुश्री पेट्रिशिया ने देसंविवि में स्थापित एशिया के एकमात्र बाल्टिक सेंटर का अवलोकन किया। सेंटर द्वारा भारतीय संस्कृति के विस्तार में चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस दौरान स्वरोजगार की प्रेरित करने वाले स्वावलंबन कार्यशाला एवं गौशाला का भी निरीक्षण किया। पेट्रिशिया ने प्रज्ञेश्वर महादेव की पूजा अर्चना कर विश्वशांति की कामना की और मंदिर परिसर में पौधे रोपे।
उसके बाद सुश्री पेट्रिशिया गायत्री तीर्थ शांतिकुंज पहुंची जहां उन्होंने युगऋषिद्वय की पावन समाधि में पुष्पांजलि अर्पित कर सम्पूर्ण मानवता के विकास हेतु प्रार्थना की और शांतिकुंज के विभिन्न विभागों का अवलोकन किया।