भारत-ओमान सेनाओं के युद्धाभ्यास में तोपें गरजीं, फायरिंग की भी रही गूंज
बीकानेर, 12 अगस्त। एशिया की सबसे बड़ी महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुक्रवार को कहीं तोपें गरज रही थीं, तो कहीं से फायरिंग की आवाज आ रही थी। दरअसल, भारत और ओमान की सेनाओं ने संयुक्त युद्धाभ्यास में एक दूसरे से लिए गए अनुभवों का प्रदर्शन शुक्रवार को किया। दोनों देशों ने एक दूसरे के हथियारों की तकनीक सीखी और फिर उन पर हाथ भी आजमाया।
पंद्रह दिन के युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय जवानों ने अपने अत्याधुनिक हथियारों के बारे में ओमान के जवानों को जानकारी दी। अभ्यास के दौरान भारत के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, टैंक और राडार तकनीक के बारे में भी जानकारी दी गई। भारतीय जवानों ने बताया कि किस तरह से क्षमता से ज्यादा दूरी तक वार करके दुश्मनों को उड़ाया जा सकता है।
भारतीय जवानों के हाथ में इन दिनों 7.62 एमएम सिग सॉयर असॉल्ट राइफल, 5.56 एमएम इंसास एलएमजी, 84एमएम आरएल, 7.62 एमएमजी नजर आ रही हैं। इन गनों की क्षमता करीब सौ मीटर तक टारगेट को खत्म करने की है। ओमान की रॉयल आर्मी के जवानों ने भी निशाने साधे। ये गन भारतीय गन का मुकाबला तो नहीं करती, लेकिन इसकी मारक क्षमता भी सौ मीटर के आसपास ही है।
युद्धाभ्यास के दौरान बताया गया कि किस तरह ग्रामीणों को आतंकियों से मुक्त कराया जाता है। करीब पंद्रह मिनट के एक ऑपरेशन के दौरान भारतीय हेलीकॉप्टर उड़ता हुआ टारगेट के पास पहुंचा, इससे जवान नीचे उतरे। साथ ही टैंकों से उस टारगेट को घेर लिया गया। जवानों ने मौके पर पहुंचकर दो जगह छिपे आतंकियों को ढेर कर दिया। भारत और ओमान के बीच यह चौथा युद्धाभ्यास था, जिसमें दो ओमान में हो चुके हैं। भारत में यह दूसरा युद्धाभ्यास था।