सोनीपत ब्लॉक के बीडीपीओ कार्यालय में किया गया मुख्यमंत्री अंत्योदय उत्थान मेले का आयोजन
-पात्र परिवार स्वरोजगार शुरू कर बनेंं आत्मनिर्भर-बीडीपीओ मनीष मलिक
– खंड स्तरीय अंत्योदय मेले में पात्र परिवारों ने लिया अनेंक कल्याकारी योजनाओं का लाभ
– बीडीपीओ मुरथल ने किया मेले का अवलोकन
सोनीपत, 15 जून। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में उपायुक्त ललित सिवाच के मार्गदर्शन में गरीब परिवारोंं की आय बढ़ाने के लिए खंड स्तर पर अंत्योदल मेले आयोजित करने की योजना के तहत सोनीपत स्थित बीडीपीओ कार्यालय में अंत्योदय मेला आयोजित किया गया। अंत्योदय मेले में खंड के विभिन्न गांवों के पात्र परिवारों ने एक ही स्थान पर आमजन से जुड़े विभागों और विभिन्न बैंक के प्रतिनिधियों के साथ अपनी आय बढ़ाने के लिए मदद ली। बीडीपीओ सोनीपत मनीष मलिक ने खंड स्तरीय अंत्योदय मेले का शुभारंभ करते हुए कहा कि पात्र परिवार सरकार की ओर से शुरू की गई अंत्योदय परिवार उत्थान योजना का लाभ लेें। आमजन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी और बैंक प्रतिनिधियों से स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रशिक्षण, लोन व अन्य मार्गदर्शन प्राप्त कर आत्म निर्भर बनें ।
बीडीपीओ मलिक ने कहा कि हरियाणा सरकार का प्रयास है कि हर परिवार की आय कम से कम एक लाख 80 हजार वार्षिक रूपये हो। इस योजना का लक्ष्य पंक्ति में खड़े अंतिम परिवार को आगे लाना है । इसके लिए सभी योजनाएं चिन्हित की गई हैं । जो इन परिवारों की आमदनी बढ़ाने में मददगार होंगी। इनमें पात्रता के लिए एससी, बीसी, महिला, दिव्यांग को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए कृषि, मत्स्य, पशुपालन व डेयरी जैसे व्यापारिक, औद्योगिक क्षेत्रों में व्यवसाय के साथ-साथ स्किलिंग में निपुण करने के लिए कंप्यूटर, चालक, सिलाई कढाई आदि के प्रशिक्षण भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अभियान के पहले चरण में 50 हजार से एक लाख रूपए वार्षिक आय तक के परिवारों को आय दोगुनी करना है।
बीडीपीओ ने कहा कि सरकार ने एक ही स्थान पर सभी संबधित विभागों और बैंक प्रतिनिधियों को बैठाया है ताकि पात्र परिवारों के तत्काल कार्य हो सकें। अंत्योदय मेले गरीब परिवारों को आत्म निर्भर बनाने की दिशा मेंं सकारात्मक पहल है। ग्रामीण क्षेत्र मेंं पशु पालन,फसल विविधिकरण, सिलाई-कढ़ाई जैसे कार्य आय बढ़ाने का बेहतर विकल्प है। इस क्षेत्र में एनसीआर का बड़ा बाजार उपलब्ध है। इसलिए इच्छुक परिवारोंं का लोन मंजूर करने मेंं भी बैंकों को कोई परेशानी नहींं है।