कलयुग का श्रवण हर वर्ष अपने माता-पिता को हरिद्वार में स्नान कराने के बाद कावड में बिठाकर पानीपत विधानंद कालोनी मे चढाता है जल
हरिद्वार से अपने माता-पिता को हरिद्वार से कंदो पर लेकर आते कावडियें।
बापौली,26जुलाई : इस कलयुग में जहां कुछ लोग अपने बुजुर्ग माता-पिता को वृद्वाश्रम में छोड़ देते हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो न केवल उनकी घर पर सेवा करते हैं बल्कि राम राज्य के श्रवण कुमार बनकर कंधों पर लेजाकर तीर्थ यात्रा कराते हैं। ऐसे ही हैं पानीपत की विद्यानंद कालोनी वासी पप्पल व मोनू जो पिछले 3 कांवड़ मेले में अपने बुजुर्ग माता-पिता को हरिद्वार में गंगा स्नान कराने के बाद कांवड़ बनाकर दोनों तरफ उन्हें बैठाकर साथ में गंगाजल लेकर पैदल पानीपत पहुुुंचते हैं। मंगलवार को सनौली खुर्द पहुंचे विद्यानंद कालोनी वासी पप्पल व मोनू से जब पूछा गया की वो अपने माता-पिता को किसने कहने पर हरिद्वार से कंधों पर कांवड़ में बैठाकर पानीपत ला रहे हैं तो उन्होंने बताया कि उनकी मां-बाप की सेवा करने की इच्छा के चलते वो ऐसा करते हैं। मोनू ने बताया कि हरिद्वार से मुज्जफरनगर तक तो अकेला उनका बड़ा भाई पप्पल उन्हें अपने कंधों पर लाया था। उसके बाद वह मोनू वहां पहुंचा उसका साथ दिया। अब दोनों आज पानीपत में विद्यानंद कालोनी स्थित शिव मंदिर में अपने माता-पिता से भी जलाभिषेक करायेंगे तथा स्वयं भी करेंगे। उन्होंने बताया कि वो 2018 में 2019 में तथा अब तीसरी बार अपने माता-पिता को हरिद्वार से कंधों पर ला रहे हैं तथा भोलनाथ की इच्छा जब तक होगी लाते रहेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी माता-पिता के प्रति सेवा देखकर रास्ते में पडऩे वाले सभी कांवड़ शिविरों में उनका जोरदार स्वागत भी किया गया।