मध्य भारत में तीव्र वर्षा लाने के लिए बना निम्न दबाव : मौसम वैज्ञानिक
कानपुर, 09 अगस्त। मानसून ट्रफ सक्रिय है और अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में है और अगले 4-5 दिनों तक वहीं बना रहेगा। इसके साथ मध्य भारत में तीव्र वर्षा लाने के लिए निम्न दबाव की प्रणाली भी बन चुकी है। इससे एक बार फिर बारिश की संभावना बन गई है। यह बातें मंगलवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पाण्डेय ने कही।
उन्होंने कहा कि बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और उससे सटे तटीय ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान एक अवसाद में केंद्रित होने और ओडिशा और छत्तीसगढ़ में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। एक पूर्व-पश्चिम कतरनी क्षेत्र भी उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत में चल रहा है और अगले 3-4 दिनों के दौरान इसके बने रहने की संभावना है।
इन प्रणालियों के प्रभाव में 11 अगस्त तक गंगीय पश्चिम बंगाल में छिटपुट भारी बारिश और गरज या बिजली गिरने के साथ व्यापक वर्षा होने की संभावना है। 10 और 11 अगस्त को झारखंड, 12 अगस्त तक ओडिशा, 8 और 9 अगस्त को असम और मेघालय और 12 अगस्त तक नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश के आसार हैं।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 34.8 और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 77 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 55 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रही, जिनकी औसत गति 6.3 किमी प्रति घंटा रही। आगामी पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 9-13 अगस्त के मध्य तेज हवाओं एवं गरज-चमक के हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।