संसार के द्वंद-फंद से दूर होकर धर्म के मार्ग पर चलने का अवसर प्रदान करता है चातुर्मास : गुप्ति सागर महाराज
– चातुर्मास को लेकर वीरवार को उपाध्याय गुप्ति सागर महाराज का गन्नौर गुप्ति धाम में हुआ मंगल प्रवेश
उपाध्याय गुप्ति सागर महाराज के सानिध्य में मुख्यातिथि मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन पूजा अर्चना करते हुए।
गन्नौर। चातुर्मास को लेकर वीरवार को उपाध्याय गुप्ति सागर महाराज का गन्नौर गुप्ति धाम में बैंड बाजों एवं जयकारों के साथ मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक पूजा अर्चना एवं निर्माण का लड्डू अर्पित करके मनाया गया। उपाध्याय गुप्ति सागर ने कहा कि यह मानव जीवन बड़ी तपस्या के बाद मिलता है इसे व्यर्थ ना गवाएं बल्कि अगले जन्म को सुधारने के लिए सद कर्म करें। उपाध्याय गुप्ति सागर महाराज ने कहा कि जीवन से दुखों का अंत करना है तो संसार के द्वंद-फंद से दूर होकर धर्म के मार्ग पर चलें, संतों का चातुर्मास यह अवसर प्रदान करता है। मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि उपाध्याय गुप्ति सागर ने शाकाहार, नशाबंदी की अलख, जैन समाज के साथ सर्व समाज में जगाई जिससे बहुत लोगों के जीवन में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि चतुर्मास के दौरान धर्म की गंगा अवतरित होगी, इसमें सभी इष्ट मित्रों सहित गोते अवश्य लगाएं। उन्होंने भगवान नेमिनाथ की पूजा करते हुए चरणों में लड्डू अर्पित किया।कार्यक्रम में बाल ब्रह्मचारिणी रंजना शास्त्री ने बताया कि आगामी 17 जुलाई को मुनि श्री का चातुर्मास स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।