हिसार: आरपीएफ ने मानव तस्करों के चंगुल से बचाए 183 नाबालिग व तीन महिलाएं
‘ऑेपरेशन नन्हे फरिस्ते’ के तहत बच्चों को बचाया-‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत सामान लौटाया
पांच वर्षों में 2178 लोगों को तस्करों के चंगुल से बचाया
हिसार, 02 अगस्त। रेलवे सुरक्षा बल ने हाल ही में दो अलग-अलग ऑपरेशन चलाए। इसके तहत सुरक्षा बल ने ‘ऑेपरेशन नन्हे फरिस्ते ’के तहत बच्चों को बचाया वहीं ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत यात्रियों को उनका गुम हुआ सामान लौटाकर वाहवाही बटोरी। विभाग का कहना है कि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने को हर क्षेत्र तत्वर है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने मंगलवार को बताया कि ऑपरेशन नन्हे फरिस्ते के तहत रेलवे स्टेशन चरखी दादरी पर एक नाबालिग लड़के को लावारिस हालात में पाये जाने पर रेलवे सुरक्षा बल चरखी दादरी द्वारा बच्चे को चाईल्ड हेल्पलाईन चरखी दादरी के सुपुर्द किया। इसी प्रकार जयपुर रेलवे स्टेशन पर सवारी गाडी संख्या 19032 में एक यात्री अपना बैग भूल वश छोडकर उतर गया, जिसे रेलवे सुरक्षा जयपुर द्वारा बैग के मालिक को बुलाकर सुपुर्द किया गया। इसी तरह पिंडवाड़ा रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल स्टाफ द्वारा प्लेटफार्म पर दो लावारिस बैग जब्त किये। जांच करने पर उनमें 14 हजार 775 रुपये की 15 बोतल शराब मिली जिसे अग्रिम कार्यवाही के लिए आबकारी विभाग सिरोहली के सुपुर्द कर दिया गया।
कैप्टन शशि किरण के अनुसार अखिल भारतीय अभियान के तहत रेलवे सुरक्षा ने बल मानव तस्करी के विरूद्ध अभियान के तहत 151 नाबालिक लड़कों और 32 लड़कियों (कुल 183 नाबालिगों) व तीन महिलाओं को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया। तस्करी के आरोप में आरपीएफ ने 47 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया। रेलवे सुरक्षा की कमान और नियंत्रण की एकात्मक संरचना के तहत अखिल भारतीय तक पहुंच है। पिछले पांच वर्षों के दौरान रेलवे सुरक्षा बल ने 2178 लोगों को तस्करों के चंगुल से बचाया है। इसके अलावा 65 हजार से अधिक बच्चों की देखभाल और सुरक्षा की जरूरत में महिलाओं और पुरूषों को बचाया है।
ऑपरेशन एएएचटी की पहल के तहत आरपीएफ ने हाल ही में देश भर में 750 एएचटीयू स्थापित किए हैं जो पुलिस थाना, जिला और राज्य स्तर पर कार्यरत एएचटीयू, खुफिया इकाइयों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय करेंगे और रेल के माध्यम से मानव तस्करी पर प्रभावी कार्रवाई करेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि हाल ही में आरपीएफ ने एनजीओ यानी स्वैच्छिक कार्रवाई संघ (एवीए) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसे बचपन बचाओ आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें प्रशिक्षण के साथ-साथ मानव तस्करी के संबंध में जानकारी भी उपलब्ध होगी।
इस गति को और आगे ले जाने के लिए जुलाई माह में रेल के माध्यम से मानव तस्करी के खिलाफ एक महीने का विशेष अभियान शुरू किया गया था। महीने के दौरान, ऑपरेशन एएएचटी के तहत निरंतर कार्रवाई में 151 नाबालिग लड़कों, 32 नाबालिग लड़कियों (कुल 183 नाबालिगों) और तीन महिलाओं को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया गया और 47 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया।