अग्रोहा टीले की खुदाई में महाभारत कालीन यादें उभर कर आएगी : बजरंग गर्ग
महाराजा अग्रसेन जी के जीवन व उस समय की सभ्यता के बारे में मिलेगी जानकारी
हिसार अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा है कि केंद्र सरकार को अपनी घोषणा के अनुसार टीले के रूप में बदल चुके महाराजा अग्रसेन जी के महल की खुदाई का काम शुरू करना चाहिए। इससे महाराजा अग्रसेन जी ने लगभग 5125 वर्ष पूर्व जो अग्रोहा को बसाया था उसकी पूरी जानकारी देश की जनता को पता चल सकेगी।
बजरंग गर्ग रविवार को वैश्य समाज के प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में वैश्य समाज के संगठन को राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर और मजबूत बनाने पर विचार किया गया। उन्होंने कहा कि खुदाई में पता चलेगाा कि किस तरह उस समय लोग आपसी भाईचारा में रह रहे थे। अग्रोहा महाराजा अग्रसेन जी की धर्म नगरी थी। टीले के अंदर हजारों साल पुरानी यादें दबी हुई है। अग्रोहा के टीले की खुदाई में महाभारत कालीन समय की यादें भी उभर कर आएगी। यहां तक कि महाराजा अग्रसेन जी के जीवन व उस समय की सभ्यता के बारे में देश की जनता को जानकारी मिलेगी। तत्कालीन समय का रहन-सहन, आर्थिक, समाजिक रीति रिवाज के बारे में लोगों को पता चलेगा।
बजरंग गर्ग ने कहा कि महाराजा अग्रसेन त्याग व भाईचारे के प्रतीक थे। उन्होंने अपने राज्य में गरीबों को ऊंचा उठाने के लिए धन व अनाज के भंडार खोल दिए और गरीब व अमीर की खाई को दूर करते हुए समाजवाद को बढ़ावा देते हुए गरीबों को ऊंचा उठाने का काम किया। गरीब व जरूरतमंदों को हर घर से एक ईंट व मुद्रा देने की परंपरा लागू की जिसे युगों-युगों तक याद किया जाएगा। अग्रवाल समाज महाराजा अग्रसेन जी के आदर्शों पर चलकर 30 एकड़ में टीले के साथ भव्य अग्रोहा धाम का निर्माण किया गया जिसके साथ देश के नागरिकों की आस्था जुड़ी हुई है।
इस अवसर पर सचिन अग्रवाल, महावीर गुप्ता मुंबई, प्रदीप बंसल दिल्ली, हरपतराय टांटिया राजस्थान, सुरेश गुप्ता पंजाब, विपिन गर्ग यूपी, चुड़िया राम गोयल, एनके गोयल, सचिन गर्ग, पवन गर्ग, ऋषि गर्ग बुड़ाकिया, दीपक गर्ग, बजरंग मित्तल, आनंद मित्तल, विष्णु अग्रवाल मध्यप्रदेश, संदीप सिंह आदि प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखें।