हिसार : दृढ़ इच्छा शक्ति दिखाकर छोड़ दी धूम्रपान की 60 साल पुरानी आदत
पृथ्वी सिंह गिला व एडवोकेट बनवारी लाल बिश्नोई ने किया सम्मानित, परिजन भी हुए खुश
धूम्रपान छोड़ने पर हो रही राहत महसूस, नशा छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति जरूरी : नेकीराम
हिसार इच्छा शक्ति दृढ़ हो तो कोई भी काम असंभव नहीं होता। ऐसा ही कर दिखाया है जिले के गांव सारंगपुर निवासी नेकीराम खदाव ने। उन्होंने 60 वर्ष पुरानी धुम्रपान की लत एक ही झटके में छोड़ दी और अब वे दूसरों से किसी भी तरह का नशा न करने की अपील की रहे हैं।
बताया जा रहा है कि सारंगपुर गांव निवासी नेकीराम खदाव पिछले 60 वर्ष से धुम्रपान कर रहे थे। उन्होंने अब धूम्रपान छोड़कर उन लोगों के सामने उदाहरण पेश किया है, जो कहते हैं कि वे धुम्रपान छोड़ नहीं सकते। नेकीराम खदाव पिछले लगभग 60 वर्षों से धूम्रपान कर रहे थे। इस दौरान अनेक लोगों ने समय-समय पर उन्हें धुम्रपान छोड़ने को कहा लेकिन वे इसे छोड़ नहीं पाए, या यूं कहे कि वे इच्छाशक्ति कड़ी नहीं कर पाए। इसी दौरान उनकी मुलाकात गांव निवासी एडवोकेट बनवारी लाल बिश्नोई से हो गई।
बनवारी लाल बिश्नोई ने उन्हें धूम्रपान के नुकसान के बारे में बताना शुरू किया तो नेकीराम की इच्छाशक्ति जागृत हो उठी। उन्होंने एक झटके में अपनी 60 साल पुरानी आदत छोड़ने का ऐलान कर दिया। इस बुरी लत को हमेशा के लिए त्याग देने पर रिटायर्ड जेडएमईओ पृथ्वी सिंह गिला व एडवोकेट बनवारीलाल ने उन्हें उनकी ढाणी जा कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर नेकीराम ने कहा कि एक बिश्नोई होते हुए भी बीड़ी सिगरेट पीने से बहुत शर्म महसूस होती थी परंतु बचपन में गलत संगत के कारण ये बुरी लत लग गई थी। इस लत से छुटकारा पाने पर बहुत ख़ुशी व राहत महसूस हो रही है। उनके परिवार के सदस्यों ने भी उनके फैसले पर खुशी जताई है। नेकीराम बिश्नोई ने सर्व समाज के सभी महानुभावों से आग्रह किया कि वे दृढ़ इच्छाशक्ति द्वारा धूम्रपान व अन्य नशों की लत से छुटकारा पाने की कोशिश करें तो अवश्य ही सफलता मिल सकती है।