हरियाणा में बनेगा फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, मुख्यमंत्री ने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने यमुनानगर को दी करोड़ों की सौगात
चंडीगढ़ हरियाणा में प्लाईवुड उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में पहला फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट बनाया जाएगा। इस पर 50 करोड़ रुपये की लागत आएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को जगाधरी में हुई हरियाणा प्रगति रैली में लोगों को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।
इससे पूर्व उन्होंने लगभग 334 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मनोहर लाल ने सढोरा के 10 बेड के अस्पताल को 50 बेड का अस्पताल करने की भी घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने किशनपुरा गांव में 14 एकड़ जमीन पर नया कॉलेज भवन बनाने, फारुखपुर स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल बनाने के साथ-साथ जिला यमुनानगर के चारों विधानसभा क्षेत्रों के लिए विभिन्न विकास कार्यों के लिए कुल 680 करोड़ रुपये की घोषणाएं भी की।
गेहूं की दोबारा शुरू होगी खरीद, 25 मई तक खुली रहेंगी मंडियां
मनोहर लाल ने कहा कि इस बार गेहूं का उत्पादन कम हुआ है और गेहूं के सीजन में इस बार गेहूं का निर्यात भी किया गया है। इसलिए देश में गेहूं का संकट न आए इसे देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी है। देश के प्रत्येक गरीब व्यक्ति को अनाज मिले इसके लिए केंद्र सरकार के निर्णय के अनुरूप हरियाणा में 10 दिनों के लिए पुन: गेहूं की खरीद की जाएगी और यह कल से ही यानी 16 मई से आरंभ हो जाएगी, जो 25 मई तक चलेगी। जो किसान अपना गेहूं बेचना चाहते हैं, वह मंडियों में आ सकते हैं।
प्रदेश में बनाए जा रहे हैं औद्योगिक क्लस्टर
मनोहर लाल ने कहा कि व्यापार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर ब्लाक में 50 से 100 एकड़ में एक औद्योगिक क्लस्टर बनाने की योजना है, ताकि नौजवानों को रोजगार के अवसर मिले। यमुनानगर के पांचो खंडों में पांच क्लस्टर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 7 सालों में राज्य सरकार ने सभी क्षेत्रों में बिना भेदभाव के समान रूप से विकास कार्य करवाये हैं। पिछले 3 साल में जिला यमुनानगर में लगभग 1087 करोड रुपये के विकास कार्य करवाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ के आसपास के जिलों यानी पंचकूला यमुनानगर अंबाला कुरुक्षेत्र में गुरुग्राम की तर्ज पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 7 साल में प्रदेश में 58 आरओबी/आरयूबी बनाए गए हैं, जबकि पिछली सरकारों के कार्यकाल के दौरान केवल 45 आरओबी/आरयूबी बने हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर जिला केंद्र पर 200 बेड का अस्पताल बना रही है।
इसी योजना के अंतर्गत यमुनानगर में 200 बेड का अस्पताल बनकर तैयार हो चुका है। इसके अलावा, यमुनानगर में गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर एक मेडिकल कॉलेज भी बनाया जाएगा, जिस पर लगभग 400 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार गरीबों की चिंता करने वाली सरकार है और सभी सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब परिवारों के घर द्वार पर पहुंचे इसके लिए मुख्यमंत्री अंतोदय परिवार उत्थान योजना की शुरुआत की गई है।
इसके तहत 1.80 लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों को सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ अब घर बैठे मिल रहा है। लोगों को बीपीएल कार्ड या वृद्धावस्था पेंशन जैसी योजनाओं का लाभ लेने के लिए अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते, उनको स्वत: ही इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों को आर्थिक दृष्टि से मजबूत करने हेतु उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया करवाने के लिए मुख्यमंत्री अंतोदय परिवार उत्थान योजना के तहत प्रदेश में 570 मेले लगाए गए। इन मेलों के दौरान 42 हज़ार लोगों को स्वरोजगार के लिए बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध करवाया गया है। सरकार का लक्ष्य 1 लाख लोगों को स्वावलंबी बनाना है, जिसके लिये अगले माह से पुन: इन मेलों का आयोजन किया जाएगा।
इससे पूर्व, शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि राम राज्य में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता और सबको समान मानकर सबका विकास किया जाता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा का बिना भेदभाव के समान रूप से विकास किया जा रहा है। इस अवसर पर सांसद रतन लाल कटारिया, यमुनानगर विधायक घनश्यामदास अरोड़ा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कृष्ण बेदी और मेयर मदन चौहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।