औद्योगिक विकास की उर्वर भूमि बनेगा दक्षिणांचल का ऊसर
– सैटेलाइट इंडस्ट्रियल हब के रूप में विकसित होगी धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप
– 08 हजार 385 एकड़ क्षेत्रफल में बसेगी टाउनशिप
– मास्टर प्लान व अंतरिम रिपोर्ट तैयार
– दक्षिणांचल के रामजानकी मार्ग को भी रोजगार के अवसरों से जोड़ेगी योगी सरकार
गोरखपुर, 31 अगस्त। जिले के दक्षिणांचल का ऊसर अब औद्योगिक विकास की संभावनाओं को उर्वर बनाएगा। इस अति पिछड़े क्षेत्र की पहचान को उर्वर बनाने की दिशा में योगी सरकार ने कदम बढ़ा दिया है। यह क्षेत्र अब गोरखपुर के नए औद्योगिक क्षेत्र के गेटवे के रूप में पहचाना जाएगा। आमूलचूल बदलाव का जरिया बनाने के लिए धुरिया पार इंडस्ट्रियल टाउनशिप को चुना गया है।
देश-दुनिया के कई निवेशकों का गोरखपुर की तरफ रुझान देखते हुए सीएम योगी की मंशा है कि धुरियापार क्षेत्र को सैटेलाइट इंडस्ट्रियल का हब बनाया जाये। बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के सीईओ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप को लेकर चर्चा हुई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) का प्रेजेंटेशन भी देखा था। गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पवन अग्रवाल ने इसके बारे में विस्तार से मुख्यमंत्री को बताया था।
18 गांवों को किया गया है अधिसूचित
इंडस्ट्रियल टाउनशिप की स्थापना के लिए धुरियापार क्षेत्र के 18 ग्रामों को अधिसूचित किया गया है। गीडा की तरफ से नामित संस्था द्वारा इंडस्ट्रियल टाउनशिप के लिए प्री ड्राफ्ट मास्टर प्लान व तैयार है। प्लान के अनुरूप अंतरिम रिपोर्ट भी तैयार है। मास्टर प्लान के मुताबिक इस टाउनशिप का क्षेत्रफल 08 हजार 385 एकड़ होगा।
इन गांवों को किया गया है अधिसूचित
गौखास, हरपुर तप्पा चानपार, बाथ बुजुर्ग काश्तकाशी नायक, मठदुर्वाशा, घड़ारी कास्तसुवंश दुबे, चाडी, भिसमपट्टी दोदापार, दिघरूआ, सकरदेइया, परसा बुजुर्ग, दुबरीपुरा बाथ खुर्द, पुरादयाल, बरपार माफी, धौरहरा।
यह भी है प्लान
धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप में औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही आवासीय, व्यावसायिक, संस्थागत, परिवहन व अन्य सेक्टर के लिए भी सुविधाजनक प्रावधान हैं। गीडा क्षेत्र के आसपास उपलब्ध जमीनों के सापेक्ष काफी हद तक हो चुके औद्योगिक विकास के बाद धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप के रूप में सरकार की यह पहल ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर ग्रेटर गीडा बनाने की है।
सीएम ने दिया है यह निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीईओ गीडा को इंडस्ट्रियल टाउनशिप के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश भी दे चुके हैं। इतना ही नहीं, सीएम ने धुरियापार क्षेत्र के उसर जमीनों का भरपूर उपयोग कर इसका लाभ किसानों तक पहुंचाने और औद्योगिक विकास से रोजगार और खुशहाली की फसल लहलहाने का निर्देश भी दिया है। इस के तहत रामजानकी मार्ग का हो रहा कायाकल्प भी रफ्तार पकड़ेगा। इस मार्ग को सनातन आस्था व संस्कृति के साथ रोजगार के नए अवसरों से जोड़ा जाएगा।
क्षेत्र का हो जाएगा कायाकल्प
यहां की बंद पड़ी चीनी मिल के कुछ हिस्से में इंडियन ऑयल की तरफ से कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट बन रहा है। इसका शिलान्यास सितंबर 2019 में तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। प्लांट के लग जाने पर यहां किसान पराली व गोबर से भी अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे। यह प्लांट युवाओं के लिए रोजगार का जरिया भी बनेगा। इस प्लांट के साथ धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप के मूर्त रूप में आने के बाद इस क्षेत्र का कायाकल्प हो जाएगा।