महाराणा प्रताप के अद्वितीय साहस और पराक्रम के बिना भारतीय इतिहास की गौरवगाथा की कल्पना करना असम्भव-विधायक बड़ौली
-महाराणा प्रताप का जीवन मातृभूमि की रक्षा करने के लिए लोगों को करता है प्रेरित
-महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में गांव भैरा बांकीपुर में आयोजित कार्यक्रम में विधायक मोहन लाल बड़ौली ने की शिरकत
सोनीपत
महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में गांव भैरा बांकीपुर में आयोजित कार्यक्रम में राई से विधायक एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री मोहन लाल बड़ौली ने महाराणा प्रताप को नमन करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप के अद्वितीय साहस और पराक्रम के बिना भारतीय इतिहास की गौरवगाथा की कल्पना करना असम्भव है। उनका अद्भुत शौर्य हमारे स्वर्णिम इतिहास की एक मुकुटमणि है।
विधायक बड़ौली ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा और स्वाभिमान के लिए कैसे परिश्रम की पराकाष्ठा हो महाराणा प्रताप का जीवन हमें उसकी प्रेरणा देता है। उन्होंने अपनी मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए अपना पूरा जीवन बलिदान कर दिया। विधायक ने कहा कि जिसकी तलवार की छनक से, अकबर का दिल घबराता था, वो अजर अमर वो शूरवीर,वो महाराणा कहलाता था।
श्री बड़ौली ने कहा कि भारत के इतिहास का महत्वपूर्ण हल्दी घाटी के युद्घ में जब अकबर के पास बहुत बड़ी सेना और हथियार थे परंतु महाराणा प्रताप के पास उनका शौर्य, वीरता थी। उनके पास कम ही सही परंतु शूर-वीर योद्धा थे। जिन्होंने महाराणा प्रताप का हर परिस्थिति में साथ दिया। हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप के पास मात्र 20 हजार सैनिक थे और अकबर के पास 85 हजार सैनिकों की बड़ी सेना थी। फिर भी महाराणा प्रताप और उनकी सेना ने पूरी वीरता के साथ अकबर से लोहा लिया। यह युद्ध न तो अकबर जीत सका और न ही महाराणा प्रताप पराजित हुए। अकबर कभी भी महाराणा प्रताप को अपने अधीन नहीं कर पाया। विधायक ने कहा कि आज हमें भी महाराणा प्रताप से सहासी यौद्घाओं की तरह अपने देश की रक्षा करनी चाहिए। इस मौके पर अरूण चौहान, अशोक कौशिक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।