फतेहपुर: आठ सूत्रीय मांगों को लेकर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
– पत्रकारों व मीडिया संगठनों के प्रति केंद्र व राज्य सरकारें की असहिष्णुता रोकने के उठाये जाय कदम
फतेहपुर
जिले में मंगलवार को उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन पंजीकृत के बैनर तले पत्रकारों ने जिलाधिकारी के माध्यम से देश के महिमहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में केंद्र व राज्य सरकारों से मांग की गई कि पत्रकारों और मीडिया संगठनों के प्रति असहिष्णु होना बंद करें और पत्रकारों के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल बनाएं जिससे मीडिया कर्मी और उनके संगठन स्वतंत्र रूप से कार्य करते हुए लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सके।
उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश सचिव निर्मल सिंह यादव व जिला अध्यक्ष रवि कश्यप के नेतृत्व में राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में पत्रकारों ने कहा कि सभी राष्ट्रीय पत्रकार संगठनों व उनके प्रतिनिधित्व के साथ प्रेस परिषद के स्थान पर मीडिया परिषद का गठन किया जाये।
केंद्रीय मीडिया प्रत्ययन समिति (सीएमएसी) और राज्य प्रत्ययन समितियों में सभी मान्यता प्राप्त राज्य व राष्ट्रीय पत्रकार संगठनों का प्रतिनिधित्व बहाल करने, स्वतंत्र मीडिया में भय का माहौल पैदा करने के लिए पत्रकारों और मीडिया संगठनों पर हमले बंद किये जाये और हमलावरों के खिलाफ पुलिस मामले दर्ज करे, केंद्र व राज्य स्तर पर पत्रकार संरक्षण अधिनियम लागू करने, वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट एवं स्क्राइबर के लिए वेज रिवीजन मशीन भी बहाल करने, पीआईबी मान्यता नियमों में मनमाना और कठोर दिशा-निर्देश वापस लेने, कोरोना के कारण मृतक पत्रकारों के परिवारों को पर्याप्त राहत का भुगतान व उन्हें अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धा के रूप में माने, रेलवे में मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सभी रियायतें बहाल करने की मांग शामिल रही।
उन्होंने कहा कि सकारात्मक रूप से विचार करना अत्यंत जरूरी है। मीडिया और मीडिया प्रतिष्ठानों के मध्य एक ऐसे माहौल बनाया जाय जहां पत्रकार जनता के हित में सूचना प्रसारित करने के अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सके।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से विकास त्रिवेदी राहुल, मेराजुद्दीन मेहताब, मेराज सिद्धीकी, श्रीराम अग्निहोत्री, मुशीर, यासीन वारसी, मनोज, प्रकाश कुमार, पंकज मौर्या, अरुण वर्मा आदि पत्रकार एवं छायाकार बंधु मौजूद रहे।