केजरीवाल इलेक्ट्रिक बसों का ले रहे हैं झूठा श्रेय: बिधूड़ी
नई दिल्ली, 24 अगस्त। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को याद दिलाया है कि बुधवार को राजधानी की सड़कों पर जो 97 इलेक्ट्रिक बसें लाई गई हैं, वे केंद्र सरकार ने दिल्ली को दी हैं। इससे पहले भी दिल्ली की सड़कों पर लाई गई इलेक्ट्रिक बसें केंद्र की मोदी सरकार की ही देन हैं।
बिधूड़ी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रिक बसों को दिल्ली में लाने का क्रेडिट खुद ले लिया है। उन्होंने कहा है कि केजरीवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने हमेशा की तरह दिल्ली का ध्यान रखते हुए ये बसें दी हैं।
बिधूड़ी ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार की गलत नीतियों के कारण दिल्ली आज पूरे विश्व की सबसे प्रदूषित राजधानी होने का कलंक झेल रही है। ऐसे में इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली के लिए संजीवनी साबित होंगी। यह केंद्र सरकार की दिल्ली के प्रति चिंता को ही दर्शाता है कि इन इलेक्ट्रिक बसों से जहां प्रदूषण से लड़ाई में मदद मिलेगी, वहीं दिल्ली के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी इन बसों से सुगम बनाया जा सकेगा। दिल्ली में आज डीटीसी की सबसे कम 3760 बसें सड़कों पर हैं जबकि 2015 में जब आप सरकार सत्ता में आई थी तो इन बसों की संख्या 6500 से अधिक थी। पिछले आठ सालों में बसें न आने के कारण ये सभी 3760 बसें ओवरएज हो चुकी हैं और आए दिन उनमें आग लगने की खबरें आ रही हैं।
बिधूड़ी ने कहा कि केंद्र सरकार ने राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली के विकास के लिए बढ़चढ़ कर काम किया है। बदरपुर में 885 एकड़ जमीन पर विश्व का सबसे बड़ा इको पार्क बन रहा है जो दिल्ली की लाइफ लाइन बनने जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली को प्रदूषण से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं दी हैं जिनमें पेरिफेरियल रोड बनाकर ट्रकों की एंट्री पर अंकुश, 12 डायवरसिटी पार्क, यमुना के किनारों का सौंदर्यीकरण और औद्योगिक क्षेत्रों में सर्विस सेक्टर को बढ़ावा देना शामिल है। इसके अलावा विकास योजनाओं में दिल्ली से मेरठ, दिल्ली से मुंबई और दिल्ली से सहारनपुर तक के हाईवे और धौलाकुआं, वसंत कुंज और नरेला में फ्लाईओवरों का निर्माण बड़ी परियोजनाएं दिल्ली को केंद्र सरकार की ही देन हैं।